एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन

उच्च शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश, भोपाल एवं जनजातीय विकास एवं अध्ययन केन्द्र, जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर के संयुक्त तत्वावधान में “जनजातीय गौरव (ऐतिहसिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान)” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन 07 अप्रैल को प्रातः 11 बजे होने जा रहा है। राष्ट्रीय कार्यशाला के समन्वयक डॉ. शान्तिदेव सिसोदिया, जनजातीय विकास एवं अध्ययन केन्द्र, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर के अनुसार इस राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्देश्य जनजातीय नायकों के ऐतिहसिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक योगदान उल्लेखनीय है भारत के स्वाधीनता आंदोलन में जनजातीय नायकों का योगदान महत्त्वपूर्ण है जिन्हे अभी तक समाज एवं राष्ट्र के सामने लाना है क्योंकि अभी तक जनजातीय नायकों को साहित्य एवं इतिहास में उचित स्थान नही मिल पाया है, इन्ही सभी विषयों पर विचार विमर्श कर अकादमिक जगत में जनजातीय सामाजिक सांस्कृतिक परम्पराओं के बारे में जागरूकता बढ़ाना एवं विभिन्न जनजातीय नायकों के ऐतिहसिक योगदान पर शोध के लिये प्रेरित करना है। कार्यशाला में मुख्य अतिथि पद्मश्री से सम्मानित एवं शिवगंगा समग्र ग्राम विकास परिषद, झाबुआ के संस्थापक महेश शर्मा एवं विशिष्ठ अतिथि मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रथम जननायक टंट्या भील सम्मान से सम्मानित राजाराम कटारा तथा कार्यशाला के मुख्य वक्ता अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के युवा कार्य प्रमुख वैभव सुरंगे होंगे ।
कार्यशाला की अध्यक्षता जीवाजी विश्वविद्यालयके कुलगुरु डॉ. राजकुमार आचार्य करेंगे । कार्यशाला का आयोजन 7 अप्रैल को प्रातः 11 बजे से जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर के गालव सभागार में सम्पन्न होगा। कार्यशाला में सहभागिता हेतु पंजीयन गूगल फॉर्म लिंक अथवा QR कोड के मध्यम से निःशुल्क किया जा सकता है।