MP के 4.50 लाख कर्मचारी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारी हड़ताल की तैयारी में

ग्वालियर. मध्यप्रदेश में विधानसभा के बजट सत्र के बाद सरकारी व्यवस्था पर संकट के बादल मंडरा रहे है। राज्य के 4.50 लाख से ज्यादा कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल की तैयारी कर रहे हैं। कर्मचारी संगठन ने नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को ग्वालियर में अपनी 9 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा है। इन मांगों में पदोन्नति प्रक्रिया को फिर से शुरू करना, गृहभाड़ा भत्ते का 7वें वेतनमान से पुनरीक्षण और केन्द्र के समान महंगाई भत्ता देना शामिल है।
कर्मचारियों की अन्य प्रमुख मांगों में पेंशनरों के लिये 49(6) का बंधन समाप्त करना और शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को 35 वर्ष की सेवा पूर्ण करने पर चतुर्थ क्रमोन्नति वेतनमान देना और साथ ही आउटसोर्स, कर्मचारियों को नियमित करने और आउटसोर्स प्रथा को समाप्त करने की मांग भी की गयी है। नेता प्रतिपक्ष ने कर्मचारियों की मांगों को बजट सत्र में ध्यानाकर्षण के दौरान उठाने का आश्वासन दिया है और विधानसभा सत्र 10 मार्च से शुरू होने वाला है। कर्मचारी संगठनों का कहना है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गयी तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिये मजबूर होंगे।