कैलिफोर्निया-लॉस एंजिल्‍स आग से कैदियों की बल्‍ले-बल्‍ले, सजा में छूट के साथ हो रही बंपर कमाई

कैलिफोर्निया और लॉस एंजिल्‍स के जंगलों में फैली आग वक्‍त के साथ-साथ और विक्राल होती जा रही है. आग के चलते अबतक 24 लोगों की मौत हो चुकी है. जो बाइडेन प्रशासन लाख कोशिशों के बावजूद इस आग को बुझा पाने में फेल रहा है. इसकी मुख्‍य वजह है इस वक्‍त अमेरिका में आए बर्फीले तूफान के कारण चल रही तेज हवाएं. उधर, आग बुझाने के काम में तेजी लाने के लिए कैलिफोर्निया और लॉस एंजिल्‍स का जेल डिपार्टमेंट एक बंपर ऑफर लेकर आया है. आग बुझाने में फायर डिपार्टमेंट की मदद करने वाले कैदियों की सजा कम करने की योजना बनाई गई है. हर एक दिन आग बुझाने में मदद करने के बदले दो दिन की सजा कम करने तक की डील रखी गई है. साथ ही सैलरी दी जाएगी वो अलग.

सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक जेल में बंद कैदियों को फायर डिपार्टमेंट के साथ मिलकर लॉस एंजिल्स में एक कंटेनमेंट लाइन खोदते हुए देखा गया. उधर, कैलिफोर्निया के सुधार और पुनर्वास विभाग का कहना है कि मौजूदा वक्‍त में कुल 931 कैदी 24 घंटे जंगल में फैली आग को बुझाने के काम में लगे हैं. वो आग की लाइनों को काट रहे हैं और संरचनाओं के पीछे से ईंधन निकाल रहे हैं ताकि कैलिफोर्निया के विनाशकारी जंगल की आग के फैलने की स्‍पीड को धीमा किया जा सके.

क्‍या है कैदियों के लिए प्‍लान?
कैदियों की काबिलियत के आधार पर उन्‍हें कैलिफोर्निया और लॉस एंजिल्‍स में जंगल की आग को बुझाने के लिए प्रति दिन 5.80 डॉलर से 10.24 डॉलर तक भुगतान किया जा रहा है. कैदी इमरजेंसी में नियुक्त होने पर प्रति घंटे एडिशनल 1 डॉलर भी कमा सकते हैं. अधिकांश कैदियों को आग बुझाने में मदद करने के लिए 2 के बदले 1 क्रेडिट दिया जा रहा है. इसका मतलब है कि कैदी हर एक दिन आग बुझाने के लिए इमरजेंसी सेवा में काम करने के बदले सजा में दो अतिरिक्‍त दिन की छूट पा सकते हैं. इसके अलावा सहायक कर्मचारियों को 1 के बदले एक 1 क्रेडिट मिलेगा. जहां एक दिन काम करने पर केवल एक दिन सजा की माफी दी जाएगी.

हम आग बुझाने के लिए प्रतिबद्ध’
कैलिफोर्निया सुधार और पुनर्वास विभाग के सचिव जेफ मैकोम्बर ने सीएनन से कहा, “जंगल की आग कैलिफोर्निया के लिए एक बड़ी चुनौती है. फायर डिपार्टमेंट आग बुझाने के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं.” हमारे जेल में बंद अग्निशामकों और कर्मचारियों का काम इस प्रयास का एक हिस्सा है. आपात स्थिति के दौरान जान-माल की रक्षा करने के लिए उनकी सेवाएं ली जा रही हैं.