75 हजार रूपये में 61 घरों को सूर्य घर बनाने की योजना- सौरभ श्रीवास्तव

ग्वालियर- 31मार्च रविवार को चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा मप्र विद्युत वितरण कंपनी की ईकाई गैर पारंपरिक ऊर्जा(सौर ऊर्जा) विभाग के साथ वेंडर्स जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। डीपी मंडेलिया सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि गैर पारंपरिक ऊर्जा विभाग के सीजीएम. सौरभ श्रीवास्तव एवम विशिष्ट अतिथि सहायक अभियन्ता शंकर अग्रवाल थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने की। कार्यक्रम का संचालन करते हुए मानसेवी सचिव दीपक अग्रवाल ने कहा चैम्बर ऑफ कॉमर्स ने जन मानस को सौर ऊर्जा के प्रति जागरूक करने के लिए सौर ऊर्जा मिशन एक आंदोलन के रुप में आरम्भ किया है जिसके अंतर्गत चैम्बर ने अपने स्थापना दिवस समारोह में सौर ऊर्जा जागरूकता कार्यक्रम एवम सौर ऊर्जा मेला भी आयोजित किया जिसमे अप्रत्याशित सफलता भी मिली।
गैर पारंपरिक ऊर्जा विभाग के साथ सोलर वेंडर्स की बैठक आयोजित कर उनको आने वाली समस्याओं का लगातार निराकरण भी किया जा रहा है और आगे भी निरन्तर यह क्रम जारी रहेगा। चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष डॉ प्रवीण अग्रवाल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा केंद्र सरकार एवम राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है कि देश सौर ऊर्जा की ओर अग्रसर हो। 31 मार्च वित्तीय वर्ष का अंतिम दिवस होने सेव्यापरियो के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है इसके बावजूद चैम्बर ने यह कार्यक्रम आयोजित किया है क्योंकि यह विषय राष्ट्र हित में है। सोलर एनर्जी प्रकाश एवम ऊर्जा के रूप में तो महत्वपूर्ण है ही साथ ही व्यापारियों के लिए भी यह एक उभरता हुआ महत्वपूर्ण व्यापारिक क्षेत्र है।जब सोलर वेंडर्स जागरूक होंगे तभी सौर उपभोक्ता भी जागरूक होगा। वेंडर्स को एलआईसी ऐजेंट की तरह कार्य करना चाहिए एवम उपभोक्ता के हित में उसके साथ खड़े रहना होगा तभी आपकी विश्वसनीयता सिद्ध होगी। जो लोग नए सोलर वेंडर बनना चाहते उनके लिए भी विभाग के साथ मार्गदर्शन शिविर लगाएगा। सीजीएम सौरभ श्रीवास्तव ने कहा केंद्र सरकार ने सौर ऊर्जा से सम्बन्धित विभिन्न योजनाएं शुरू की हैं जिसमें पी एम सूर्य घर योजना मे प्रारम्भ में 75 हजार 61 घरों को सूर्य घर बनाने की योजना है। जो वेंडर्स जितना शीघ्र स्टार्टअप करेंगे उन्हे उतना ही अधिक लाभ प्राप्त होगा। हम ऑयल इंपोर्ट बिल को तभी कम कर सकते हैं जब हम फॉसिल फ्यूल पर निर्भरता कम करें इसके लिए हमें सोलर एनर्जी को अपनाना होगा जो हमारे लिए इको फ्रेंडली भी है। सोलर वेंडर्स एक एसोसिएशन बनाएं और सोलर एनर्जी की पीब्लिसिटी करें।