नगर निगम में तबादले से नाराज कर्मचारियों ने हड़ताल की कार्यपालन यंत्री से अभद्रता, एक बर्खास्त

ग्वालियर. नगर निगम के तीन आउट सोर्स कर्मचारियों के स्थानांतरण से नाराज टिपर वाहन चालकों ने हड़ताल कर दी। कार्यपालन यंत्री कार्यशाला श्रीकांत कांटे कर्मचारियों को समझाने पहुंचे तो एक कर्मचारी ने अभद्रता की और अभद्र शब्दों का प्रयोग भी किया, जिसके बाद निगमायुक्त हर्ष सिंह ने उक्त कर्मचारी की सेवाएं समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया, जिसके बाद कर्मचारियों ने हड़ताल वापस ले ली।
कार्यपालन यंत्री के साथ अभद्रता व अभद्र शब्दों का प्रयोग किया
दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए 62 टिपर वाहन संचालित होते हैं। यहां पर तैनात तीन वाहन चालक के तौर पर तीन आउट सोर्स कर्मचारी देवेश, कालीचरण, और रवि कुशवाह कार्यरत हैं, जिनका स्थानांतरण बीते रोज निगमायुक्त हर्ष सिंह ने फायर ब्रिगेड में कर दिया था। इसी बात को लेकर इन कर्मचारियों ने शुक्रवार सुबह अन्य वाहन चालकों के साथ हड़ताल कर दी। जब टिपर वाहन डिपो से नहीं निकले तो इसकी सूचना कार्यपालन यंत्री कार्यशाला श्रीकांत कांटे को दी गई। सूचना मिलते ही कांटे डिपो पहुंचे और वहां पर कर्मचारियों से हड़ताल का कारण जानने का प्रयास किया व कर्मचारियों को समझाया कि कर्मचारी का स्थानांतरण करना एक प्रक्रिया है ना कि यह सजा, लेकिन कर्मचारी कुछ भी सुनने के लिए तैयार नहीं थे। बताया गया है कि तभी कालीचरण ने कार्यपालन यंत्री के साथ अभद्रता करते हुए अभद्र शब्दों का प्रयोग कर दिया, जिसके बाद कार्यपालन यंत्री वहां से निकल आए और पूरा घटनाक्रम की जानकारी निगमायुक्त हर्ष सिंह को दी।
बर्खास्त किया कर्मचारी
निगमायुक्त को कर्मचारी के खिलाफ अफसरों ने प्रस्ताव बनाकर दिया। जिस पर एक्शन लेते हुए निगमायुक्त ने आउट सोर्स कर्मचारी कालीचरण को सेवाओं से पृथक का आदेश जारी कर दिया। शाम को जब इसकी भनक कर्मचारियों को लगी तो उन्होंने हड़ताल वापस ले ली। निगम अधिकारियों का कहना है कि 62 में से 45 वाहन तो काम पर निकले थे, लेकिन बाकी के कर्मचारी हड़ताल पर थे जो शाम को वापस लौट आए।