Kanpur News: पीयूष-पुष्पराज के बाद एक और 'P' जैन पर कसने वाला है शिकंजा, कुंडली खंगाल रही DGGI

कानपुर: एक ओर जहां उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election) को लेकर सियासी तापमान बढ़ा हुआ है, वहीं दूसरी ओर डीजीजीआई की ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है. पीयूष जैन (Piyush Jain News) और पुष्पराज जैन (Pushpraj Jain News) पर शिकंजा कसने के बाद भी अहमदाबाद से आई डीजीजीआई (DGGI Raid) की टीम कानपुर (Kanpur News) में डेरा डाले हुए है. वह लगातार टैक्स चोरी के सिलसिले में कानपुर (Kanpur News) के कारोबारियों पर नजर रखी हुई है. इस बीच डीजीजीआई की टीम अब गणपति ट्रांसपोर्टर के मालिक प्रवीण जैन (Praveen Jain) की कुंडली खंगालने में जुट गई है. माना जा रहा है कि डीजीजीआई टीम (DGGI Raid News) को कुछ अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं, जिससे टीम को प्रवीण जैन पर टैक्स चोरी का शक है. बता दें कि पीयूष जैन टैक्स चोरी के आरोप में जेल में हैं.

दरअसल, कानपुर (Kanpur News) `के धन कुबेर पीयूष जैन को भले ही डीजीजीआई की टीम ने जेल भेज दिया है, मगर अहमदाबाद से आई चार सदस्य टीम लगातार कानपुर में डेरा डाली हुई है. एक पान मसाला वाले के यहां रेड में प्रवीण जैन का नाम भी सामने आया है, जिसके बाद डीजीजीआई की टीम ने स्टेट जीएसटी से संपर्क किया है. सूत्रों की मानें तो प्रवीण जैन से पूछताछ भी हुई है और उनके यहां से कुछ दस्तावेज भी डीजीजीआई की टीम साथ ले गई है. इससे पहले प्रवीण जैन की कंपनी के एक-दो लोगों से टीम पूछताछ कर चुकी है.

अब डीजीजीआई की टीम स्टेट जीएसटी दफ्तर में बैठकर कानपुर के गणपति ट्रांसपोर्टर प्रवीण जैन की कुंडली खंगालने में जुट गई है. आरोप है कि गणपति ट्रांसपोर्ट ने बिल और बिल्टी के जरिए फर्जी तरीके से काम किए हैं और जीएसटी विभाग की टीम के साथ मारपीट भी की थी. इसलिए कितने टैक्स की चोरी है, इस मामले में लगातार जांच चल रही है. फिलहाल अभी और खुलासे होने बाकी हैं, क्योंकि सच सामने लाने के लिए डीजीजीआई की टीम अब स्टेट जीएसटी की टीम के साथ मिलकर यह अभियान चला रही है.

बता दें कि दिसंबर के अंत में ही प्रवीण जैन के घर पर डीजीजीआई की टीम ने आयकर विभाग के साथ मिलकर छापेमारी की थी और कुछ अहम दस्तावेज बरामद किए थे. प्रवीण जैन का पीयूष जैन के कारोबार के साथ कनेक्शन बताया जा रहा है. हालांकि, अभी तक यह पूरी तरह से साफ नहीं हो पाया है कि आखिर पीयूष जैन और प्रवीण जैन के बीच क्या कनेक्शन है. डीजीजीआई की टीम ने पीयूष जैन के कन्नौज वाले घर पर छापेमारी के दौरान टैक्स चोरी का पता लगाया था. पीयूष जैन के कानपुर और कन्नौज वाले घर से कुल 196 करोड़ रुपये कैश बरामद हुए थे. वहीं पुष्पराज जैन के घर से भी करोड़ों के कैश मिले थे.

कैसे आया प्रवीण जैन का नाम

दरअसल, कुछ समय पहले अहमदाबाद की डीजीजीआई यानी डायरेक्टरेट ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस की टीम ने चेकिंग के दौरान एक-एक कर चार ट्रकों को पकड़ा था और ये सभी ट्रक गणपति ट्रांसपोर्ट के ही थे. गणपति रोड कैरियर्स द्वारा संचालित इन चार ट्रकों को पकड़ने के बाद एजेंसी ने पाया कि बगैर जीएसटी का भुगतान किए इनमें पान मसाला और तंबाकू ढोए जा रहे थे. जब अधिकारियों ने जांच के दौरान कारखाने में उपलब्ध वास्तविक स्टॉक को रिकॉर्ड बुक में दर्ज स्टॉक के साथ मिलान किया और कच्चे माल व तैयार उत्पादों में असमानता पाई गई. इससे पता चला कि मैन्यूफैक्चरर, ट्रांसपोर्टर की मदद से माल को गुप्त रूप से छिपाने में शामिल था, जो उस माल के ट्रांसपोर्टेशन के प्रबंधन के लिए नकली इनवॉयस जारी करता था. अधिकारियों को ऐसे 200 नकली इनवॉयस मिले थे. प्रवीण जैन ही ट्रांसपोर्ट कंपनी गणपति रोड कैरियर के मालिक हैं.