छापा मारने आए अफसरों को देख गेट बंद किए, तब तक नाली में दूध बहाया, 1 घंटे बाद खोला गेट

भिंड़. चंबल संभाग के भिंड जिले में नकली दूध का कारोबार बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। पुलिस और खाद्य विभाग की टीम ने मेहगांव में छापा मारा। यहां एक घर में नकली दूध की फैक्ट्री चल रही थी। यहां शैंपू, रिफाइंड और अन्य केमिकल मिलाकर नकली दूध बनाया जा रहा था। टीम के आने की खबर लगते ही डेयरी संचालक के लोगों ने दरवाजा बंद कर लिया और मिलावटी दूध और उसमें मिलाने वाला केमिकल नाली में बहा दिया। पुलिस ने सैंपल लेकर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया है।

अफसरों को देख घर के गेट बंद किए,1 घंटे बाद गेट खोला

फूड इंस्पेक्टर रीना बंसल और रेखा सोनी ने मेहगांव थानाक्षेत्र के ग्राम रवियापुरा में देवनारायण पुत्र मुन्ना सिंह नरवरिया के यहां छापा मारा। एक साल पहले भी यहां कार्रवाई की गई थी, तब डेयरी मालिक भाग गया था। रविवार को जब पुलिस के साथ टीम यहां पहुंची, तो मुन्ना सिंह नरवरिया के परिवार को इसकी पहले से खबर लग गई। उसने घर का दरवाजा बंद कर लिया। अफसरों ने गेट खोलने के लिए कहा, लेकिन नहीं खोला। करीब एक घंटे बाद गेट खोला गया। तब तक घर के अंदर मौजूद महिला और युवक ने तैयार मिलावटी दूध और केमिकल को नाली में बहा दिया।

अफसरों ने घोल फेंके जाने का वीडियो बनाया

फूड अफसरों ने खिड़की से मिलावटी दूध (माल्ट्रोडेक्सट्रिन पाउडर, हाइड्रोजन, कच्चा पाम ऑयल, रिफाइंड, शैंपू, एथेनॉल) का घोल फेंके जाने के वीडियो भी बना लिए। इसके बाद जब गेट खोला, तो छानबीन शुरू हो सकी। मौके पर दो कैन में 40-40 किलो दूध मिला। वहीं, एक बड़े बर्तन में तैयार घोल भी मिला। अफसरों ने मौके पर मिले दूध समेत अन्य सामग्री जैसे रिफाइंड के सैंपल लिए हैं। इसके बाद धोखाधड़ी की धारा में मेहगांव थाना में केस दर्ज करा दी।

सरपंच ने दूध कारोबारी का बचाव किया

कार्रवाई की सूचना पर गांव के सरपंच भी आ गया। सरपंच ने दूध कारोबारी का बचाव किया। साथ ही, कार्रवाई न करने की बात कही। इस पर फूड इंस्पेक्टर रीना बंसल ने उन्हें बीच में नहीं पड़ने की हिदायत दी।