ग्वालियर में भ्रष्ट अकाउंटेंट के घर ईओडब्ल्यू के छापे के बाद 2 दिन से गायब, बैंक खातों की आज होगी जांच

ग्वालियर. नगर पालिका अशोकनगर के अकाउंटेंट महेश कुमार दीक्षित ईओडब्ल्यू के छापामार कार्रवाई के पहले से ही गयाब है। दो दिन बाद भी वह ईओडब्ल्यू के अफसरों को नहीं मिले है, उनका मोबाइल भी बंद आ रहा है। अकाउंटेंट के घर के ईओडब्ल्यू के अफसरों को करोड़ों की जमीन, मकान के अलावा 6 बैंक खातों के होने का पता लगा था लेकिन इन बैंक खातों में कितना कैश है यह आज शनिवार को पता चल सकेगा। बैंक ऑफ बड़ौदा के दो बैंक खातों का स्टेटमेंट शुक्रवार को आ गया था लेकिन दोनों के 40-40 पेज है जिस कारण अफसर उसे पढ़ नहीं सकेंगे। शनिवार को शेष 4 खातों की डिटेल मिलने के बाद अकाउंटेंट के बैंक खातों में जमा कैश का भी खुलासा हो जाएगा।

जानकारी के अनुसार ग्वालियर संभाग के नगर पालिका अशोक नगर में बतौर अकाउंटेंट पदस्थ महेश कुमार दीक्षित 1990 में मात्र 950 रुपए से नौकरी शुरू की थी। 31 साल में उन्होंने करोड़ों की संपत्ति बना ली। एसपी ईओडब्ल्यू अमित सिंह ने बताया कि अकाउंटेंट महेश दीक्षित के संबंध में गोपनीय शिकायत हुई थी जिस पर ईओडब्ल्यू की टीम ने जांच की और जब शिकायत सही लगी तो बुधवार सुबह एक साथ कई टीमों ने महेश दीक्षित के सुरेश नगर स्थित मकान, सेंथरी गांव में जमीन पर छामापार कार्रवाई की।

आज खुलेगा राज बैंक खातों में कितना है माल

अकाउंटेंट के घर से प्रॉपर्टी और जमीन के दस्तावेज के अलावा गोल्ड और कैश नहीं मिला था। करोड़पति अकाउंटेंट की पत्नी और दोनों बहु हाथों में अंगूठी तक नहीं पहने हुए थीं, जबकि छोटे बेटे की शादी के फोटो में वह काफी गहने पहने हुए हैं। वह गहने भी नहीं मिले हैं। ईओडब्ल्यू के अफसरों को आशंका है कि हर हालत में अकाउंटेंट के पास किसी बैंक में लॉकर सुविधा होगी। इसके लिए उन्होंने सभी बैंक को पत्र लिखकर बैंक लॉकर की जानकारी मांगी है। इसके अलावा अकाउंटेंट के घर से 6 बैंक खातों की जानकारी मिली थी। इसमें बड़ौदा, इंडियन व स्टेट बैंक में दो-दो बैंक खाते हैं। सभी बैंक खातों की डिटेल मांगी गई थी। शुक्रवार को बड़ौदा बैंक के दो खातों की डिटेल मिल गई है। शेष चार खातों की डिटेल शनिवार (आज) मिलेगी। इसके बाद बड़ा खुलासा हो सकता है।