डेंगू मरीजों का आंकड़ा 123 तक पहुंचा, पांच वार्डों में ज्यादा प्रकोप

ग्वालियर। शहर में डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता को बढ़ा दिया है। भोपाल से भी डेंगू की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों की मॉनिटरिंग की जा रही है। साथ ही इतने अधिक संख्या में मरीज मिलने पर सीएमएचओ से जवाब तलब भी किया गया है।

शहर में डेंगू मरीजों का आंकड़ा 123 तक पहुंच गया है, जिसमें 5 वार्डों में सबसे अधिक मरीज मिले हैं। यहां डेंगू की रोकथाम के लिए सभी टीमों को लगा दिया गया है, डेंगू लार्वा सर्वे के साथ ही फोगिंग एवं दवाओं का छिड़काव भी किया जा रहा है। हालांकि इसके बाद भी इन वार्डों में मरीजों की संख्या कम नहीं हुई है।

गजराराजा मेडिकल कॉलेज में 54 संदिग्ध डेंगू रोगियों के ब्लड सेम्पल की जांच हुई है। जिसमें से 17 मरीज डेंगू पॉजीटिव आए हैं, इनमें 11 ग्वालियर के हैं। इसमें सबसे अधिक मरीज डीडी नगर क्षेत्र के हैं। अब तक 123 मरीज मिल चुके हैं, जिसमें वार्ड 18 के 38 डेंगू मरीज हैं, दूसरे नंबर पर वार्ड 49 एवं 51 हैं, जिसमें करीब 18 पॉजीटिव केस मिले हैं।

जिला मलेरिया विभाग की माने तो वार्ड क्रमांक 18, 19, 20, 49 एवं 51 को हाई रिस्क मानते हुए पूरी टीमों को यहां डेंगू लार्वा सर्वे के काम पर लगाया गया है। इसके अलावा जिला मलेरिया अधिकारी डॉ मनोज पाटीदार खुद भी निरीक्षण करके जांच कर रहे हैं। गत रोज वार्ड 51 में एक डब्ल्यूएचओ की लापरवाही भी निरीक्षण के दौरान पकड़ में आई थी। हालांकि इस बार ट्रिटमेंट कार्ड तकनीक को अपनाने से जिले में करीब 256 मलेरिया पॉजीटिव मरीज ही मिले हैं। पिछले सालों की तुलना में संख्या कम बताई जा रही है।

डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला मलेरिया अधिकारी ने सभी प्रायवेट लैब को पत्र जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि संदिग्ध डेंगू या मलेरिया मरीजों के सेम्पल सीएमएचओ कार्यालय में भेजे जाएं। इसके बाद सेम्पल आना भी शुरु हो चुके हैं, जिनको इंदौर में क्रास चैक करने के लिए भेजा जा रहा है। इसका उद्देश्य सटीक रिपोर्ट प्राप्त करने के साथ ही लैबों की रिपोर्ट की विश्वसनीयता भी पता करना है।