प्रेसक्लब में अटलजी की प्रतिमा लगाने का पत्रकारों ने लिया निर्णय

अटलजी एक कुशल राजनीतिज्ञ के साथ श्रेष्ठ पत्रकार भी थे ऐसा व्यक्तित्व कई युगों में इस धरा पर जन्म लेता है। हम सभी को उनके आचरण से प्रेरणा लेने चाहिए। यह बात आज अटलजी के गृहनगर में प्रेसक्लब ग्वालियर द्वारा आयोजित शोक सभा में पत्रकारों ने कही। शोकसभा में सभी पत्रकारों ने अटलजी की स्मृति को जीवंत रखने के लिए ग्वालियर प्रेसक्लब का नाम अटल परिसर करने और यहां उनकी प्रतिमा स्थापित करने का सर्वसहमति से निर्णय लिया। यह जानकारी देते हुए प्रेस क्लव के सचिव राजेश शर्मा ने कहा कि वरिष्ठ पत्रकार अवध आनंद ने अपनी शोकांजली व्यक्त करते हुए अटलजी के ग्वालियर से जुड़े कई प्रसंग सुनाते हुए कहा कि उनका व्यक्तित्व महान था।
इसी क्रम में वरिष्ठ पत्रकार रामविद्रोही ने कहा कि अटलजी के जाने से पत्रकार जगत को भी गहरा आघात पहुंचा है। वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि अटलजी की ख्याति केवल भारत में ही नहीं थी आज पूरी दुनिया में उनको याद किया जा रहा है। वे कुशल राजनीतिज्ञ के साथ अच्छे पत्रकार साहित्यकार भी थे। वरिष्ठ पत्रकार सुरेश दंडोतिया ने अपनी श्रद्धांजलि में कहा कि उनके व्यक्तित्व कॄतित्व को भुलाया नहीं जा सकता वे हमेशा हमारी प्रेरणा रहे हैं। शोकसभा में सभी पत्रकारों ने अटलजी की स्मृति को जीवंत कैसे रखा जाए इसपर भी विचार विमर्श किया। प्रेसक्लब के सचिव राजेश शर्मा ने प्रस्ताव रखा कि चूंकि अटलजी का आगमन प्रेसक्लब में कईबार हुआ अतः यहां उनकी प्रतिमा स्थापित की जाए साथ ही उनकी प्रतिमा भी लगाई जाए। इस प्रस्ताव को सभी पत्रकारों ने सर्वसहमति से समर्थन किया। इसके बाद सभी पत्रकारों ने दो मिनट का मौन धारण कर अटलजी के चित्र पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये। शोकसभा का संचालन प्रेसक्लब के सचिव राजेश शर्मा ने किया। शोकसभा में बड़ी संख्या में पत्रकार उपस्थित थे इनमें प्रदीप तोमर, चन्द्रवेश पांडेय, ,अजय मिश्रा,जावेद खान,जोगेन्द्र सेन ,प्रवीण मिश्रा, प्रवीण दुबे,गोपाल लालवानी,संजय त्रिपाठी, गुरुशरन सिंह, रामबाबू कटारे,यादवेंद्र कटारे, अरुण तोमर,रामकुमार चौहान, गिर्राज त्रिवेदी, विजय पांडेय,रवि यादव, एल के जैन, ए आर खान, अनिल सिकरवार ,राजेश जायसवाल छोटू, नीलकमल माहेश्वरी ,शंकर पॉल आदि शामिल थे।