पिस्टल लेकर घुसे बदमाश, 3 गेट तोड़े फिर गल्ले से निकाल ले गए 5 लाख रुपए

शहर में चोर कितने बेखौफ हैं इसका अंदाजा बीती रात चोरी की घटना से लगाया जा सकता है। कोतवाली थाना से महज 100 मीटर की दूरी पर बदमाश पिस्टल लेकर मेडिकल स्टोर में दाखिल हुए और तीन दरवाजे तोड़कर गल्ले से 5 लाख रुपए चोरी कर ले गए। घटना शुक्रवार-शनिवार दरमियानी रात 1.48 बजे की है। घटना का पता शनिवार सुबह 11 बजे उस समय लगा, जब व्यवसायी मेडिकल स्टोर पर पहुंचा। बदमाश दुकान में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हुए हैं। वह छत के रास्ते आए और मुख्य दरवाजे से बाहर निकले हैं। फुटेज में दो युवक दिख रहे हैं। आशंका है कि उनके और भी साथी आसपास रहे होंगे। पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज कर लिया है।

खेड़ापति कॉलोनी निवासी प्रमोद पुत्र माणिक चंद्र अग्रवाल व्यवसायी हैं। उनकी कोतवाली थाने के पास पवन मेडिकल स्टोर के नाम से शॉप है। शुक्रवार रात 9.30 बजे वह मेडिकल से घर आ गए थे। शनिवार सुबह 11 बजे जब वह मेडिकल स्टोर वापस खोलने पहुंचे तो देखा कि ताला टूटा पड़ा है। अंदर पहुंचकर देखा तो अन्य तीन गेट उखड़े पड़े थे।

साथ ही, गल्ला खुला पड़ा था और उसमें रखे 5 लाख रुपए नकद चोरी हो चुके थे। यह देखकर तत्काल उन्होंने पुलिस को सूचना दी। थाना पास ही था पांच मिनट में पुलिस स्पॉट पर पहुंचे गई। पुलिस ने छानबीन करने के बाद चोरी का मामला दर्ज किया है। एएसपी सतेन्द्र सिंह तोमर का कहना है कि वारदात के बाद फुटेज मिले है। उसमें एक चोर ने कुछ समय के लिए मुंह पर बांधी साफी खोली है। उसी आधार पर उसकी तलाश की जा रही है।

सीसीटीवी कैमरे में दिखी पूरी घटना

चोरी की पूरी वारदात मेडिकल स्टोर में लगे सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हुई है। चोरों की संख्या दो थी। वह छत के रास्ते मेडिकल स्टोर में उतरे हैं। वहां एक गेट को तोड़ पहली मंजिल पर आए उसके बाद दो और दरवाजे तोड़े। इनमें से दो दरवाजे लोहे के थे। एक दरवाजे में उन्होंने आग लगाकर उसे जलाया इसके बाद अंदर पहुंचे। अंदर पहुंचकर गल्ले का लॉक तोड़ा और उसमें रखे 5 लाख रुपए लेकर मुख्य दरवाजे का शटर उठाकर निकल गए। उनके हाथ में पिस्टल भी है। यदि कोई उनको रोकने का प्रयास करता तो वह कुछ भी कर सकते थे।

भुगतान करने के लिए रखे रुपए

जब पुलिस ने पूछा कि दुकान में इतने नकद रुपए क्यों रखे थे तो व्यापारी ने बताया कि शुक्रवार को एक पार्टी को भुगतान करना था, लेकिन वह आया नहीं। रात को बैग घर ले जाना सुरक्षित नहीं समझा, इसलिए दुकान में ही रुपए रख दिए थे। सोचा शनिवार को भुगतान कर देंगे।