12 साल की बच्ची ने फंदा बनाया, कुर्सी पर खड़े होकर गले में डाला, सेल्फी लेते समय बैलेंस बिगड़ा और कस गया फंदा

एरोड्रम थाना क्षेत्र में सेल्फी के चक्कर में 12 साल की बच्ची की जान चली गई। बच्ची घर में कुर्सी पर खड़े होकर गले में फंदा लगाते हुए सेल्फी ले रही थी। इस दौरान बैलेंस बिगड़ने से कुर्सी खिसक गई, जिससे फंदा गले में कस गया।

पुलिस के अनुसार घटना क्षेत्र के मां वैष्णोदेवी नगर की है। यहां अतुल सोलंकी दो बेटियों और बेटे और पत्नी के साथ रहते हैं। अतुल सोलंकी एसएएफ में और मां हाईकोर्ट में बतौर कांस्टेबल पदस्थ हैं। 12 साल की आयुषी घर में बड़ी बेटी थी। वह सातवीं की छात्रा थी। मंगलवार को माता-पिता ड्यूटी पर थे। दोपहर करीब 4 बजे छोटा भाई और बहन पास ही स्थित दादी के घर खेलने गए थे। आयुषी अपने कमरे में अकेली थी। वह काफी देर तक बाहर नहीं आई। इतने में दूसरी बेटी और दादी घर पहुंचे। यहां बच्ची को कमरे में फंदे पर लटके देखा, तो होश उड़ गए। इसकी सूचना माता-पिता को भी दी गई। बच्ची को पड़ोसियों की मदद से उतारा गए। घर पहुंचे माता-पिता बच्ची को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस ने पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया।

पुलिस ने बताया, घटना के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। प्रारंभिक तौर पर सामने आया है कि बच्ची फंदा गले में डालकर सेल्फी लेने की कोशिश कर रही थी। इस दौरान बैलेंस बिगड़ा और कुर्सी खिसक गई, वह फांसी पर झूल गई। जांच में पुलिस को बच्ची के मोबाइल में फंदा लगाते हुए फोटो भी मिले हैं।