गड़बड़ी पर मुन्नालाल की कंपनी काे काली सूची में डाला ताे उसने भानजे राहुल की फर्म पर लिया ठेका

गरीबों के हक का 3.07 करोड़ रुपए का राशन बाजार में बेचने वाले मुरैना निवासी ट्रांसपोर्टर मुन्नालाल अग्रवाल और डबरा का रहने वाला राहुल अग्रवाल मामा-भानजे हैं। अगस्त में जब गड़बड़ी मिलने पर नागरिक आपूर्ति निगम ने मुन्नालाल की फर्म अग्रवाल महाराष्ट्र ट्रांसपोर्ट काे काली सूची में डालकर काम छीन लिया ताे उसने विभाग के अफसराें से मिलीभगत कर डबरा निवासी भांजे राहुल अग्रवाल के नाम से उसकी फर्म अग्रवाल राेड लाइंस के नाम से राशन सप्लाई का ठेका ले लिया।
इस फर्म ने भी राशन उचित मूल्य की दुकानों तक पहुंचाने की बजाय उसे बाजार में बेचकर करोड़ों की गड़बड़ी कर डाली। अब दोनों पर एफआईआर हो चुकी है लेकिन 48 घंटे बीतने के बाद भी न तो झांसी रोड थाना पुलिस ने दोनों के घर पर दबिश दी और न ही नागरिक आपूर्ति निगम ने अग्रवाल रोड लाइंस को काली सूची में डालने की कार्रवाई शुरू की है।
उधर, नागरिक आपूर्ति निगम मुख्यालय ने रविवार को आदेश दिया है कि ट्रांसपोर्टर द्वारा जमा की गई गारंटी की राशि को जब्त कर लिया जाए। साथ ही उसका जो भी भुगतान है उसे रोक दिया जाए, ताकि जितना सरकारी राशन उसने बाजार में बेचा है, उसकी रिकवरी हो सके। नागरिक आपूर्ति निगम में अटैच उसकी गाड़ियों को भी राजसात करने की तैयारी है।
घोटाले में तीन खाद्य निरीक्षकों की भी है अहम भूमिका
राशन की इस गड़बड़ी में खाद्य विभाग के तीन निरीक्षक भी संलिप्त हैं। इन लोगों की जवाबदेही थी कि नागरिक आपूर्ति निगम से जारी होने वाला राशन पीडीएस की दुकान तक पहुंचा या नहीं, इसकी जांच करें और पात्र परिवाराें काे उसका वितरण कराएं, लेकिन संबंधित निरीक्षकाें ने ऐसा नहीं किया और फर्जी रिपाेर्ट विभाग काे देते रहे। आपूर्ति नियंत्रक सीएस जादौन का कहना है कि करीब दो महीने पहले खाद्य निरीक्षकों को नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन अभी तक किसी ने जवाब नहीं दिया। अब सभी पर कार्रवाई की जाएगी।
लाॅकडाउन में गरीबों के लिए भेजा गया राशन बेचा था बाजार में
लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत शहर के करीब 1.50 लाख गरीब परिवारों के लिए मुफ्त राशन आया था। कंट्रोल की दुकानों तक पहुंचने से पहले ही ट्रांसपोर्टर मुन्नालाल अग्रवाल और राहुल अग्रवाल ने इसे बाजार में बेच दिया। शिकायत की जांच कराई गई। इसमें 3.07 करोड़ रुपए का राशन बाजार में बेचे जाने का खुलासा हुआ। इसके बाद नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक संजय सक्सैना की शिकायत पर झांसी रोड पुलिस ने शुक्रवार को अग्रवाल रोड लाइंस व अग्रवाल महाराष्ट्र ट्रांसपोर्ट के संचालक मुन्नालाल अग्रवाल और राहुल अग्रवाल पर एफआईआर दर्ज की।
सरकारी धान को अवैध तरीके से निकालने वालों को भी नहीं पकड़ा
सरकारी धान को अवैध तरीके से गोदाम से निकालकर शासन को आर्थिक नुकसान पहुंचाने वाले ट्रांसपोर्टर कृष्णपाल सिंह कंसाना को भी महाराजपुरा पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है। महाराजपुरा थाना प्रभारी आसिफ मिर्जा बेग का कहना है कि इस मामले में अभी पड़ताल की जा रही है, दस्तावेज जब्त किए हैं। जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।
रासुका का प्रस्ताव भेजेंगे
यह ट्रांसपोर्टर पहले भी राशन की कालाबाजारी में शामिल रह चुके हैं इसलिए इन पर रासुका लगाने के लिए प्रस्ताव कलेक्टर काे भेजा जाएगा।
-अमित सांघी, एसपी
दस्तावेज जब्त किए हैं
नागरिक आपूर्ति निगम से घोटाले से जुड़े सभी दस्तावेज जब्त कर लिए हैं। जल्द ही दोनों ट्रांसपोर्टर को गिरफ्तार किया जाएगा।
-राजीव बिरथरे, एसआई, थाना झांसी रोड
गारंटी राशि भी जब्त करेंगे
राशन घोटाला करने वाली मुन्नालाल अग्रवाल की एक फर्म पहले से ब्लैक लिस्ट है। दूसरी फर्म को भी ब्लैक लिस्ट करेंगे। इसके लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। वहीं जितनी राशि का घोटाला हुआ है, उसकी रिकवरी के लिए गारंटी राशि जब्त की जाएगी। इनका भुगतान रोका जाएगा।
- संजय सक्सैना, जिला प्रबंधक, नागरिक आपूर्ति निगम