किसी का प्लॉट अपना बताकर 8.41 लाख रुपए में बेच दिया, मकान बनाने पहुंचे तो रजिस्ट्री ही निकली फर्जी

किसी का प्लॉट अपना बताकर 8.41 लाख रुपए में बेच दिया। व्यापारी जब अपना आशियाना बनाने पहुंचा तो प्लॉट पर पहले से ही मकान बना मिला। विवाद हुआ तो रजिस्ट्री चेक कराई गई। इसमें व्यापारी की रजिस्ट्री ही फर्जी निकली, उसमें सर्वे क्रमांक में छेड़छाड़ कर रजिस्ट्री की गई थी। घटना महाराजपुरा के गुठीना की है। व्यापारी की शिकायत पर प्रॉपर्टी बेचने वालों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया।
भिंड के अमायन निवासी राजेन्द्र बघेल पुत्र रामनाथ बघेल व्यवसायी हैं। उनको ग्वालियर में एक मकान बनाना था। जिससे बच्चों की पढ़ाई अच्छे से हो सके। कुछ समय पहले राजेन्द्र ने प्लॉट लेने की चर्चा अपने मालनपुर घिरोंगी में रहने वाले भांजे शिवसिंह व सिरोमन सिंह से की थी। दोनों ने कुछ दिन पहले मामा राजेन्द्र को बताया कि ग्राम गुठीना में प्लॉट है। इस प्लॉट को अपना बताने वाले विमल कुमार जैन व कमल किशोर शास्त्री से उनकी मुलाकात भी कराई थी। राजेन्द्र को जो प्लॉट दिखाया गया वह उसे पसंद भी गया। उसने 8.41 लाख रुपए की रकम दी। दोनों युवकों ने प्लॉट की रजिस्ट्री भी कर दी। सिर्फ नामांतरण रह गया था। अभी चंद रोज पहले व्यवसायी प्लॉट पर मकान बनाने पहुंचा तो वहां पहले से ही किसी का घर बना हुआ था। इसको लेकर विवाद भी हुआ। जब रजिस्ट्री की जांच कराई तो व्यवसायी को कराई गई रजिस्ट्री फेक निकली। इस मामले में महाराजपुरा थाना पुलिस ने विमल जैन और उसके साथी पर मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में किस-किस की भूमिका है जांच की जा रही है।