पुलिस परामर्शदाता के इकलौते बेटे ने फांसी लगाई, शव काे डेडहाउस पहुंचाने गए विधायक की तबियत बिगड़ी

इं‌दरगंज क्षेत्र के कमलसिंह का बाग स्थित घर पर महिला थाने में पदस्थ परामर्शदाता के इकलाैते बेटे ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मृतक विधि संकाय का छात्र था। छात्र के शव को पोस्टमार्टम के लिए डेड हाउस पहुंचाने साथ गए विधायक डाॅ. सतीश सिकरवार की हालत बिगड़ गई। बाद में अस्पताल ले जाकर उनका चेकअप किया गया।

इंदरगंज थाना प्रभारी शैलेंद्र भार्गव ने बताया कि कमल सिंह का बाग में रहने वाले लाव्या शुक्ला (18) पुत्र महेंद्र शुक्ला ने गुरुवार को फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। छात्र लाव्या महेंद्र का इकलौता बेटा था। बताया गया है कि लाव्या खुदकुशी से पहले मोबाइल फोन पर किसी से तेज आवाज में बात कर रहा था। इसके बाद वह अपने कमरे में चला गया और फांसी लगा ली। कमरे में स्टूल गिरने की आवाज सुनकर लाव्या की मां और बहन जब वहां पहुंची ताे वह फांसी पर लटका था। परिजन ने लाव्या को फांसी से नीचे उतारा और अस्पताल ले गए, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। लाव्या साहित्यकार माताप्रसाद शुक्ला के नाती हैं। शुक्रवार को उनके दिल्ली से ग्वालियर पहुंचने पर लाव्या का अंतिम संस्कार किया गया।

घटना के समय विधायक के साथ माैजूद थे पिता

बताया गया है कि लाव्या ने जिस समय फांसी लगाई, उसके पिता महेंद्र शुक्ला ग्वालियर पूर्व के विधायक डाॅ. सतीश सिकरवार के साथ डीडी नगर में आयाेजित कार्यक्रम में माैजूद थे। फोन पर घटना की सूचना मिलने पर महेंद्र कार्यक्रम छोड़कर घर पहुंचे और बाद में विधायक भी अस्पताल पहुंचे। लाव्या के शव को डेड हाउस में ले जाते समय विधायक श्री सिकरवार को चक्कर आ गए और हल्की बेहोशी भी आई। विधायक का पहले जेएएच में परीक्षण किया गया और फिर उन्हें परिवार हाॅस्पिटल और बिरला अस्पताल भी ले जाया गया।