उज्जैन में 12 साल से लिव इन में रह रही थी नर्स, चरित्र शंका में पुरुष मित्र ने एसिड फेंका

जिस प्रेमी मुकेश के लिए सुनीता 12 वर्षों से करवा चौथ का व्रत रख उसकी लंबी उम्र की कामना करती रही, उसी ने आज करवा चौथ के दिन सुबह साढ़े पांच बजे एसिड अटैक कर जिंदगी भर का जख्म दे दिया। मुकेश ने सुनीता के चेहरे पर एसिड फेंक दिया। परिजन के मुताबिक चरित्र शंका के चलते वारदात काे अंजाम दिया गया है। अब महिला अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही है। एसिड के कारण युवती के शरीर का ऊपरी हिस्सा बुरी तरह झुलस चुका है। एसिड इतना खतरनाक था कि गद्दा भी जल गया। कमरे में जगह-जगह जलने के निशान भी हैं। आरोपी के खिलाफ पुलिस आईपीसी की धारा 326-ए और 307 के तहत मुकदमा दर्ज कर तलाश में जुट गई है।

पीड़िता के पिता की जुबानी

"चिंतामन जवासिया थाना क्षेत्र के रत्नाखेड़ी निवासी मनोहरलाल रावत ने बताया कि उनकी बेटी सुनीता की शादी वर्ष 2000 में अनिल पटवा निवासी शमशाबाद के साथ हुई थी। उससे दी बच्चे भी हुए। एक बेटा और एक बेटी। शादी की शुरुआत तो ठीक रही, लेकिन बाद में विवाद शुरू हो गया। वर्ष 2007 आते-आते संबंध इतना बिगड़ गया कि तलाक हो गया। उसके बाद गांव के ही शादीशुदा मुकेश ने हमदर्दी जताते हुए सुनीता से दोस्ती बढ़ाई। इसी बीच सुनीता को नर्सिंग का कोर्स कराया। कोर्स पूरा होने के बाद सुनीता उज्जैन शहर के तेजेनकर हॉस्पिटल में नौकरी करने लगी। उज्जैन के साईंधाम कॉलोनी में किराए के मकान में सुनीता और मुकेश रहने लगे।

इंदौर में रहने वाली छोटी बेटी ने फोन कर बताया

उज्जैन के गणेश नगर कॉलोनी में रहने वाले पिता मनोहर ने बताया कि सुबह करीब साढ़े पांच बजे छोटी बेटी बबीता का फोन आया कि पापा आप जल्दी दीदी के घर पहुंचो। मुकेश ने दीदी के चेहरे पर एसिड फेंक दिया है। यह सुनते ही 10 मिनट में पत्नी के साथ सुनीता के घर पहुंच गए।

सिर को शाल से ढंककर लेटी थी सुनीता

मनोहर ने बताया कि सुनीता का चेहरा देखकर वह दंग रह गए। फौरन पुलिस को फोन कर बुलाया। सुनीता का सिर और ऊपरी हिस्सा तेज़ाब से बुरी तरह झुलस गया था। घर में तेज़ाब की गंध आ रही थी। एम्बुलेंस से लेकर उसे जिला अस्पताल आए। वहां से रैफर कराकर तेजेनकर हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया।

सुनीता किसी से बात करती तो मुकेश शक करता था

सुनीता के परिजनों ने बताया कि मुकेश हमेशा उसपर शक करता था। यहां तक कि अस्पताल में आकर उसकी निगरानी करता। मरीजों और उनके परिजनों से सुनीता बात करती, तो आपत्ति करता। नौकरी छोड़ने के लिये दबाव बनाता।

सुनीता के दोनों बच्चे पहले पति के पास

सुनीता के पहले पति से दो बच्चे हैं। तलाक के बाद बच्चों को पति अपने साथ ले गया। मुकेश भी शादीशुदा है। उसके भी दो बच्चे हैं। बावजूद इसके वह सुनीता के साथ 12 साल से लिव-इन-रिलेशनशिप में रहता है। मुकेश दूध का व्यवसाय करता है। रोज़ सुबह गांव से दूध लेकर उज्जैन शहर में सप्लाई करता।

सज़ा दिलाकर ही चैन मिलेगा

पिता मनोहरलाल ने कहा कि अब उनकी ज़िंदगी का एक ही मकसद है। जब तक मुकेश को सज़ा नहीं दिला दूंगा, तब तक चैन नहीं मिलेगा। सुनीता जब भी शादी के लिये कहती तो मुकेश हमेशा टाल जाता।

जल्द ही गिरफ्त में होगा मुकेश

नीलगंगा सीएसपी डॉ. रविन्द्र वर्मा ने कहा कि मुकेश की तलाश में टीमें लगी हैं। जल्द ही, उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।