कई विद्यार्थी रह गए प्रवेश से वंचित, गर्ल्स व पीजी कॉलेज में अभी भी 53% सीटें खाली

कोरोना काल में जो महाविद्यालयीन विद्यार्थी प्रवेश नहीं ले पाए हैं। उन्हें एक और अवसर दिया जा रहा है। उच्च शिक्षा विभाग के स्नातक और स्नातकोत्तर प्रवेश के लिए ई-प्रवेश प्रक्रिया का चौथा चरण 30 अक्टूबर से 10 नवंबर संचालित होगा। लेकिन 30 अक्टूबर से 1 नवंबर तक सरकारी छ़ट्टी है। उधर गर्ल्स व पीजी कॉलेज में मतदान केंद्र होने के कारण 2 नवंबर को पोलिंग पार्टियां पहुंच जाएंगी और 3 नवंबर को मतदान के कारण अवकाश रहेगा।
जबकि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए शेड्यूल के मुताबिक 3 नवंबर के बाद छात्र का पंजीयन नहीं होगा तथा 4 नवंबर को वेरिफिकेशन कार्य होने है। इस हाल में एक दिन में छात्रों का वेरिफिकेशन होना संभव नहीं है। इसके अलावा अगर किसी छात्र के पंजीयन फार्म में किसी भी प्रकार की त्रुटि रह गई तो उसे सुधारना संभव नहीं होगा। यानि छात्र का फार्म रिजेक्ट हो जाएगा और वह प्रवेश से वंचित रह जाएगा?
पहले कॉलेज में प्रवेश के लिए पंजीयन एक बार होते थे, लेकिन अब हर चरण में हो रहे हैं। तीन चरण के बाद भी सीटें फुल नहीं होने पर 30 अक्टूबर से पुन: पोर्टल छात्रों के पंजीयन के लिए खुलेगा। इस बार यूजी और पीजी की खाली रही सीटों के प्रवेश एक साथ होंगे। 5 नवंबर को मेरिट सूची जारी होगी। फिर 5 दिन फीस भुगतान के लिए मिलेंगे। हालांकि सीटें ज्यादा हैं। ऐसे में उतने प्रवेश प्रवेश होना मुश्किल है। हालांकि ये रोचक होगा कि चौथे चरण के बाद भी सीटें फुल नहीं होती हैं तो सरकार पांचवे चरण का भी निर्णय लेगी या नहीं।
आज से तीन दिन तक रहेगा अवकाश
सरकारी कलेंडेर के मुताबिक 30 अक्टूबर को मिलाद-उन-नबी की छुट्टी है। अगले दिन 31 को बाल्मीक जयंती होने के कारण शासकीय अवकाश रहेगा। 1 नवंबर को रविवार होने के कारण गर्ल्स व पीजी कॉलेज में प्रवेश प्रक्रिया का काम बंद रहेगा। ऐसे में प्रवेश से वंचित छात्रों का कहना है सीएलसी के चौथा राउंड केवल छात्रों को गुमराह करने जैसा है। क्योंकि प्रवेश का पंजीयन 3 नवंबर तक होगा। इसके बाद 4 नवंबर को एक साथ सभी छात्रों का वेरिफिकेशन कराना संभव नहीं होगा। उच्च शिक्षा विभाग को उपचुनाव व अवकाश को ध्यान में रखते हुए चौथे राउंड के लिए प्रवेश प्रक्रिया तैयार करना चाहिए थी।