बकाया बिल की वसूली रोकी तो घाटा पूरा करने बढ़ा दी खपत यूनिट, तीन गुना ज्यादा बिल आया

उपचुनाव में बिजली के बढ़े हुए बिल कहीं मुद्दा न बन जाए इसलिए भाजपा सरकार ने आचार संहिता लागू होने से पहले एक किलोवाट तक के कनेक्शन पर पुराने बिल की बकाया राशि तो होल्ड कर दी, लेकिन अब बिजली कंपनी ने इस घाटे की भरपाई के लिए बिलों में मनमाने ढंग से यूनिट की खपत बढ़ा दी, जिससे उनके बिलों की राशि अचानक दो से तीन गुना तक हो गई। वहीं जब इस संबंध में बिजली कंपनी के अफसरों से सवाल किए गए तो वे भी गोल मोल जवाब देने लगे।
यहां बता दें कि सितंबर महीने में मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के प्रबंध संचालक की ओर से एक पत्र जारी किया गया, जिसके तहत एक किलो वॉट तक के बिजली उपभोक्ताओं के 31 अगस्त की स्थिति में बकाया राशि की वसूली को स्थगित कर दिया था। साथ ही यह निर्देश दिए थे कि अब उपभोक्ताओं को मासिक खपत के आधार पर ही बिल भेजे जाएंगे। इस प्रकार से अकेले भिंड डिवीजन में 84 हजार 533 उपभोक्ताओं पर बकाया 174 करोड़ रुपए की राशि होल्ड हो गई। लेकिन बिजली कंपनी ने इस घाटे की भरपाई के लिए जब उपभोक्ताओं को नए बिल दिए तो उनमें बिल की राशि बढ़ा दी।
चक्कर लगा रहे उपभोक्ताः कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 22 मार्च से 31 मई तक रहे लॉकडाउन में भी बिजली कंपनी की मनमानी जमकर चली। इस दौरान मीटर से रीडिंग तो ली नहीं गई। ऐसे में बिजली कंपनी आकलित खपत के आधार पर लोगों को मोटी राशि के बिल थमा दिए। अनलॉक हुआ तो लोग बिजली कंपनी के दफ्तर में इन बिलों को सुधरवाने पहुंचे। लेकिन तब तक चुनावी सरगर्मी तेज होने के बाद सरकार ने 31 अगस्त की स्थिति के बकाया बिलों की राशि को होल्ड कर दिया। ऐसे में लोग अपने पुराने बिलों की राशि तो सुधरवा नहीं पाए। वहीं अब नए बिल में बढ़ी हुई राशि का संशोधन कराने के लिए उन्हें चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।
3 उदाहरण जो बताते हैं कि किस तरह से मनमानी रही कंपनी
1 शहर के वार्ड क्रमांक 29 निवासी पूरन सिंह को बिजली कंपनी ने इस महीने 99 यूनिट बिजली खपत का बिल भेजा है। साथ ही बिल की राशि बढ़ाने के लिए आकलित खपत 101 यूनिट बिजली ओर जोड़ दी है। इस हिसाब से उन्हें कंपनी 1426 रुपए का बिल भेजा है।
2 वार्ड क्रमांक चार कुम्हरौआ रोड निवासी सुरेंद्र कौशल को बिजली कंपनी ने इस महीने 513 यूनिट बिजली खपत का बिल भेजा है। इस हिसाब से उनका बिल 4 हजार 298 रुपए का आया है। जबकि इससे पहले का उनका बिजली का बिल 200 से 250 यूनिट का आता था।
3 शहर के वार्ड क्रमांक चार निवासी नाथूराम के घर आधा वाट का बिजली का कनेक्शन है। लेकिन इस महीने बिजली कंपनी नाथूराम को 330 यूनिट बिजली खपत बताते हुए 2620 रुपए का बिल भेजा है। जबकि पहले उनका बिल 110 से 150 यूनिट के बीच आता था।
जिनके मीटर खराब, उन्हें ही दिए एवरेज बिल
ज्यादातर बिल मीटर रीडिंग के आधार पर तैयार किए जा रहे हैं, जिनके मीटर खराब है वहां एवरेज बिल दिए जा रहे हैं। यदि किसी के बिल में अचानक यूनिट की खपत बढी हुई आई है तो वह शिकायत करता है तो उसे सुधरवाया जाएगा।
- एके बंजारे, उपमहाप्रबंधक, बिजली कंपनी, भिंड