दो साल बाद होगी पीएचडी एंट्रेंस परीक्षा, 800 सीटों में मिलेगा प्रवेश; ऑनलाइन क्लास में बदलाव की तैयारी

जीवाजी यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सत्र 2020-21 में पीएचडी प्रवेश परीक्षा कराने की तैयारी फिर शुरू कर दी है। यह परीक्षा दो साल बाद होगी। जेयू प्रशासन के मुताबिक पीएचडी की लगभग 800 सीटें खाली हैं। जिनमें छात्र-छात्राओं को प्रवेश मिलेगा। खास बात यह है कि कोरोनाकाल में जेयू प्रशासन पीएचडी प्रवेश परीक्षा ऑनलाइन कराएगा। इसके लिए एमपी ऑनलाइन से जेयू प्रशासन बात कर रहा है। सभी प्रश्न वैकल्पिक होंगे।

दरअसल, जेयू ने सत्र 2018-19 के बाद पीएचडी प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं की है। छात्र दो साल से प्रवेश परीक्षा का इंतजार कर रहे थे। अब जेयू ने खाली सीटों का ब्यौरा एकत्र कर लिया है। एक सप्ताह के अंदर आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। छात्र-छात्राओं को आवेदन के लिए करीब 20 दिन मिलेंगे। इसके बाद नवंबर के अंतिम सप्ताह में परीक्षा होगी। ऑनलाइन परीक्षा होने पर छात्रों का रिजल्ट जल्द जारी हो जाएगा।

ऑनलाइन क्लास में होगा बदलाव

जेयू की अध्ययनशालाओं में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए ऑनलाइन क्लास में बदलाव की तैयारी चल रही है। जेयू के रेक्टर प्रो. डीडी अग्रवाल ने बताया कि अभी प्रोफेसर ऑनलाइन क्लास में जाे लेक्चर दे रहे हैं वह पावर प्वाइंट के माध्यम देते हैं। लेकिन छात्रों को ऐसा अहसास हो जैसे कि वह क्लास में पढ़ रहे हैं, इसके लिए बदलाव किया जा रहा है।

आने वाले दिनों में प्रोफेसर ब्लैक बोर्ड के माध्यम से ऑनलाइन क्लास संचालित करेंगे। इसके लिए ब्लैक बोर्ड को रिकॉर्डिंग डिवाइस से कनेक्ट किया जा रहा है। इस तरह लाइव क्लास चलेगी। अभी प्रोफेसरों की ऑनलाइन क्लास पावर प्वाइंट के माध्यम से चलती है। छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन क्लास की लिंक दी जाएगी। लिंक पर क्लिक करते ही लाइव क्लास शुरू हो जाएगी।

इस संबंध में जेयू के रेक्टर प्रो. डीडी अग्रवाल का कहना है कि नवंबर में पीएचडी प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी। आवेदन प्रक्रिया एक सप्ताह के अंदर शुरू कर दी जाएगी। इस बार पीएचडी प्रवेश परीक्षा ऑनलाइन आयोजित करने की तैयारी की जा रही है।