शोपियां कथित मुठभेड़: कब्र से निकालकर तीन मजदूरों के शव परिवार को सौंपेगी पुलिस

शोपियां में कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में एक नया मोड़ आया है. जम्मू-कश्मीर सरकार ने राजौरी इलाके में कथित मुठभेड़ में मारे गए तीन लोगों के शवों को उनके परिवार को सौंपने का फैसला किया है. आईजी कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि डीएनए के नमूने परिवार के साथ मेल खाते हैं, इसलिए तीन शवों को कब्र से निकाला जाएगा और परिवारों को सौंप दिया जाएगा.
इस मामले में दो लोगों को मंगलवार को जिला अदालत ने आठ दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमने मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. रिपोर्ट के अनुसार, मामले से जुड़े दो गिरफ्तार व्यक्ति स्थानीय सहयोगी हैं, जिन्हें पुलिस ने आपराधिक साजिश के आरोप में हिरासत में लिया है.
गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्ति से मामले का खुलासा करने के लिए पूछताछ की जा रही है. मुठभेड़ में तीन मजदूर मारे गए थे और 18 जुलाई को आतंकवादियों के रूप में उन्हें दफन कर दिया गया था. तीन लापता मजदूरों के परिजन सामने आए थे. पुलिस ने उन परिवारों के डीएनए सैंपल लिए जो शवों से मेल खाते थे.
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने सोमवार को कहा कि शोपियां मुठभेड़ के मामले की जांच अंतिम चरण में है. इन युवाओं के परिवार के सदस्यों ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से पूरे मामले को देखने की अपील की है. साथ ही यह भी अपील की थी कि शवों को उन्हें वापस कर दिया जाए.