ओवैसी का कांग्रेस पर पलटवार, कहा- हमें नहीं चाहिए सेकुलर का सर्टिफिकेट

ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) पार्टी के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार चुनाव में शामिल होने का ऐलान कर दिया है. उन्होंने चुनाव से जुड़ी तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. इस बीच ओवैसी की पार्टी पर गैर-सेकुलर होने का आरोप लग रहा है. कई पार्टियों ने एआईएमआईएम को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की बी-टीम कहा है. इस पर ओवैसी ने पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें सेकुलर पार्टियों की ओर से किसी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है.
असदुद्दीन ओवैसी ने एक ट्वीट में कहा, सेकुलर पार्टियों का दिया सर्टिफिकेट बिल्कुल प्रभावित नहीं करता. ऐसी पार्टियां मंदिर के लिए ईंट भेजती हैं और शिवसेना के साथ गठबंधन वाले दल बाबरी मस्जिद का दरवाजा खुलवाने के लिए श्रेय लेते हैं. ये दल यूएपीए बनाने में मदद करते हैं लेकिन मुझे 'बी-टीम' कहते हैं.
बता दें, हैदराबाद से 4 बार के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी और इसके लिए समान विचारधारा के दलों से गठबंधन भी होगा. हालांकि 2015 में भी ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने बिहार विधानसभा की 6 सीटों पर ताल ठोंकी थी लेकिन हर सीट पर हार मिली थी. इस बार फिर उन्होंने बिहार में तैयारी शुरू कर दी है. उनकी तैयारी को देखते हुए कई दलों ने एआईएमआईएम को निशाने पर लेना शुरू कर दिया है. कुछ दल इस पार्टी को बीजेपी की बी-टीम बता रहे हैं. ओवैसी के खिलाफ कांग्रेस ने निशाना साधा है.
इस पर असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जनेऊधारी नेतृत्व खुद को ये कहकर सांत्वना दे सकता है कि हमारी पार्टी वोट कटवा है, लेकिन उनकी हार खुद की है. 2019 में कांग्रेस 191 सीटों में से 175 पर हार गई, जहां उसका मुकाबला सीधे भाजपा से था. हैदराबाद से सांसद ने कहा कि ऐसे में आप ये नहीं कह सकते हैं कि हमारी औकात सिर्फ आज्ञाकारी वोटर्स की है, हम अपना नेतृत्व और आवाज खुद बन सकते हैं. बता दें, ओवैसी की पार्टी बिहार चुनाव की तैयारी कर रही है और करीब पचास सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है.