Uttarakhand Rain: बारिश का कहर, अब तक 34 की मौत, 5 लापता, CM धामी ने 4 लाख मुआवजे की घोषणा

देहरादून. उत्तराखंड में दो दिनों से चल रही आफत की बारिश ने अब तक 34 लोगों की जान ले ली है. वहीं 5 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं. अब सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने मृतकों के परिजन को 4 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है. वहीं इस बारिश में जिन लोगों के आशियाने छिन गए हैं उन्हें 1.9 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया गया है. वहीं जिनके मवेशियों की मौत हुई है उन्हें भी उचित सहायता प्रदान करने का सीएम धामी ने आश्वासन दिया है.

प्रधानमंत्री ने जताया दुख

उत्तराखंड में हुई बारिश से हुई तबाही को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर दुख जताया. उन्होंने लिखा कि उत्तराखंड में हुई भारी बारिश के कारण लोगों की जान जाने से मैं व्यथित हूं. घायलों के जल्द ही ठीक होने की कामना करता हूं. इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि प्रभावितों की मदद के लिए बचाव कार्य जारी है. मैं सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं.

गौरतलब है कि मौसम केंद्र ने कुमाऊं अंचल में पिछले 24 घंटों की बारिश ने 124 साल के रिकॉर्ड तोड़ दिए. इस दौरान कुमाऊं के कुछ इलाकों में 500 मिलीमीटर तक रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई.

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अपना दिल्ली दौरा रद्द कर अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. उन्होंने प्रभावित इलाकों के हालातों का जायजा लिया. सर्वेक्षण के दौरान सीएम धामी के साथ आपदा प्रबंधन मंत्री डा. धनसिंह रावत और डीजीपी अशोक कुमार भी मौजूद रहे.

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारी बारिश से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य में कोई भी लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने रुद्रप्रयाग पहुंचकर नुकसान के आंकलन की समीक्षा भी की. इसके साथ ही रुद्रप्रयाग में जिलाधिकारी से जिले की स्थिति और चारधाम यात्रा की जानकारी भी ली है. भारी बारिश के कारण सबसे ज्यादा तबाही कुमाऊं मंडल में देखने को मिल रही है. यहां कई लोगों की मौत हो चुकी है. बीते दिनों चारधाम यात्रा को भी अस्थाई रूप से स्थगित कर दिया गया.

वहीं अब वायुसेना ने मोर्चा संभाला है और लोगों को बचाने में लगी है. कोसी नदी में फंसे लोगों को निकालने के लिए मंगलवार को सुंदरखाल में वायुसेना का हेलिकॉप्टर पहुंचा और 12 लोगों को एयरलिफ्ट कर बचाया गया. वहीं 8 अन्य लोगों को राफ्ट के जरिए नदी से बाहर निकाला गया.