भारत और अमेरिका की चेतावनी- अपनी धरती से आतंकी गतिविधि रोके पाकिस्तान

भारत और अमेरिका ने गुरुवार को एक संयुक्त बयान जारी कर पाकिस्तान से कहा कि वह त्वरित कार्रवाई कर यह सुनिश्चित करे कि उसकी धरती से आतंकी गतिविधियों को अंजाम न दिया जाए. बयान में यह भी कहा गया कि आतंकी हमलों के साजिशकर्ताओं को कानून के कटघरे में खड़ा किया जाए जिसमें मुंबई का 26/11 और पठानकोट हमले शामिल हैं.

9 और 10 दिसंबर को वॉशिंगटन में इंडिया-यूएस काउंटर टेररिज्म जॉइंट वर्किंग ग्रुप की 17वीं बैठक हुई जिसमें आतंकवाद से जुड़े मुद्दे को गंभीरता से उठाया गया. इस वर्चुअल बैठक में दोनों देशों ने आतंकवाद पर प्रहार करने और सीमा पार आतंकी गतिविधियों को रोकने पर प्रतिबद्धता जताई. दोनों देशों ने कड़े शब्दों में आतंकवाद की आलोचना की.

इस बैठक में भारत की तरफ से विदेश मंत्रालय की ओर से काउंटर टेररिज्म विभाग में जॉइंट सेक्रेटरी महावीर सिंघवी ने हिस्सा लिया. अमेरिका की तरफ से काउंटर टेररिज्म के स्टेट डिपार्टमेंट कोओर्डिनेटर नाथन सेल्स शामिल हुए. दोनों देशों की बैठक में आतंकवाद से निपटने और इसके खिलाफ आपसी सहयोग बढ़ाए जाने पर विस्तार से चर्चा हुई.

संयुक्त बयान में कहा गया कि पाकिस्तान अपनी धरती से आतंकी गतिविधियों पर रोक लगाना सुनिश्चित करे और मुंबई-पठानकोट जैसे हमले के साजिशकर्ताओं पर त्वरित कार्रवाई कर कानून के कटघरे में खड़ा करे. आतंकवाद के खिलाफ जंग में अमेरिका ने भारत को हर मोर्चे पर सहयोग देने का वादा किया. अल कायदा, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों से पनपे खतरे पर भी चर्चा की गई.