MP: बीजेपी की उपचुनाव पर नजर, सिंधिया से नाराज नेताओं को मनाने में जुटे दिग्गज

मध्य प्रदेश की 27 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में जीत का परचम लहराने की कोशिशें बीजेपी ने तेज कर दी हैं. ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में आने से पार्टी के कई पुराने दिग्गज नेता खुश नहीं हैं, जिन्हें पार्टी ने साधने की कवायद शुरू कर दी है. यही वजह है कि बीजेपी अपने रूठे नेताओं को मनाने में जुट गई है. इसी कड़ी में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बाद अब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने ग्वालियर पहुंचकर वहां के नाराज माने जा रहे नेताओं से मुलाकात की है.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ग्वालियर में पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया के घर पहुंचे. दोनों नेताओं के बीच बंद कमरे में करीब घंटे भर तक मुलाकात हुई. यह माना जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान बीजेपी प्रदेश संगठन की ओर से जय भान सिंह पवैया की नाराजगी को दूर करने की कोशिश की गई. इससे पहले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी ग्वालियर पहुंचकर जय भान सिंह पवैया, अनूप मिश्रा, माया सिंह जैसे नाराज नेताओं से मुलाकात कर साधने की कवायद की है.

दरअसल, पिछले दिनों बीजेपी ने ग्वालियर चंबल संभाग में तीन दिन तक मेगा सदस्यता अभियान चलाया था. इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर समेत बीजेपी के तमाम दिग्गज शामिल हुए थे. इसी दौरान जय भान सिंह पवैया ने एक ट्वीट कर इशारों-इशारों में सिंधिया पर निशाना साधा था.

जयभान सिंह ने ट्वीट में लिखा था कि सांप की दो जीभ होती है और आदमी की एक. सौभाग्य से हम मनुष्य हैं. राजनीति में वक्त के साथ दोस्त-दुश्मन बदल सकते हैं पर मेरे लिए सैद्धांतिक तौर पर कल जो मुद्दे थे वे आज भी हैं, जयश्री राम. हालांकि, उन्होंने सांप किसे कहा, क्यों कहा, इसके कई तरह के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. हालांकि, सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने से पहले तक जय भान सिंह पवैया बीजेपी में उनके सबसे मुखर विरोधी माने जाते थे.

वहीं, जय भान सिंह पवैया से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की मुलाकात को उनकी नाराजगी को दूर करने की कवायद से जोड़कर देखा जा रहा है. मुलाकात के बाद वीडी शर्मा ने जयभान सिंह पवैया के नाराजगी की बात को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी में मेल-मिलाप का दौर चलता रहता है. बीजेपी एकजुट होकर कांग्रेस का उपचुनाव में सफाया करेगी.

बता दें कि मध्य प्रदेश की 27 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिहाज से ग्वालियर चंबल संभाग सबसे अहम है. क्योंकि 27 में से सबसे ज्यादा 16 सीट इसी इलाके की हैं. ग्वालियर चंबल ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस में रहते हुए गढ़ माना जाता था और बीजेपी के नेता उनकी मुखालफत करते थे. लेकिन अब जबकि सिंधिया बीजेपी में शामिल हो गए हैं. ऐसे में सिंधिया विरोधी बीजेपी नेताओं के सामने सियासी भविष्य का खतरा भी खड़ा हो गया है, ऐसे में उन्हें साधने की कवायद पार्टी ने शुरू कर दी है.