60 लाख फर्जी मतदाता: चुनाव आयोग की टीमें करेंगी जांच, 7 जून तक सौंपेंगी रिपोर्ट

नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग (ईसी) ने रविवार को कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए चार टीमें गठित की हैं। कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में लाखों फर्जी मतदाताओं के पंजीकृत होने के आरोप लगाए थे। आयोग ने मतदाता सूची को सत्यापित करने के लिए दो-दो सदस्यों वाली चार टीमें बनाई हैं।
नरेला, भोजपुर, होशंगाबाद और सियोनी, मालवा विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता सूची को सत्यापित करने के लिए ये टीमें सोमवार से अपनी जांच शुरू करेंगी और सात जून तक अपनी रिपोर्ट जमा करेंगी। इन विधानसभा क्षेत्रों में एक मतदाता अलग-अलग नामों के साथ कई विधानसभा क्षेत्रों में सूचीबद्ध है, जिसको लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग के समक्ष एक ज्ञापन प्रस्तुत किया था, जिसके कुछ घंटे बाद चुनाव आयोग ने यह कदम उठाया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि राज्य में लगभग 60 लाख फर्जी मतदाता हैं और यह सब सत्तारूढ़ भाजपा के इशारे पर किया जा रहा है। मध्यप्रदेश कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने आयोग को सबूत सौंप दिए हैं, इस सूची में लगभग 60 लाख फर्जी मतदाता थे।आंकड़ों का हवाला देते हुए कमलनाथ ने सवाल किया, "यह कैसे संभव हो सकता है कि राज्य की जनसंख्या में 24 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और इसी तरह मतदाताओं की संख्या में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है?" पार्टी ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए मध्यप्रदेश के 230 विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची में सभी फर्जी प्रविष्टियों को हटाने की मांग की है। आयोग द्वारा गठित टीमें शिकायत में उठाए गए प्रत्येक विशिष्ट मुद्दों की जांच करेंगी, जिसमें 'कथित फर्जी मतदाताओं का नाम', यदि ऐसा पाया जाता है तो 'यह कैसे हुआ' और इस पर उचित कार्रवाई शुरू करने के साथ इन्हें ठीक करने की जिम्मेदारी शामिल है।