किम-मून की ऐतिहासिक मुलाकात में 'विश्व शांति' का साझा ऐलान

उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरियाई नेताओं के ऐतिहासिक शिखर बैठक में दोनों नेताओं ने परमाणु कार्यक्रम रोकने और शांति समझौते को लेकर साझा सहमति जताई है. उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई-इन ने पनमुंजोम घोषणा पर हस्ताक्षर करने के बाद एक दूसरे को गले लगा लिया.

दोनों नेताओं ने एक साझा बयान जारी कर, ‘पूर्ण निरस्त्रीकरण और परमाणु संकट से निपटने के लिए साझा लक्ष्य हासिल करने की प्रतिबद्धता जताई.’  दोनों नेताओं ने इस बात पर भी सहमति जताई कि इस साल से वे कोरियाई युद्ध के स्थाई समाधान की दिशा में प्रयास करेंगे और सैन्य हल के बजाए शांतिपूर्ण संधि से इसे खत्म करने की दिशा में पहल करेंगे.

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून अब प्योंगयोंग का दौरा करेंगे. दोनों नेताओं ने ‘‘नियमित बैठकों और सीधे फोन वार्ता’’ करने पर भी सहमति जताई. वैश्विक नेताओं ने भी किम और मून की बैठक को ‘ऐतिहासिक’ बताते हुए इसकी सराहना की है.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘ऐतिहासिक बैठक’ की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रायद्वीप में ‘अच्छी चीजें हो रही हैं.’

चीन के विदेश मंत्रालय ने दोनों नेताओं की सराहना करते हुए कहा कि इस बैठक से प्रायद्वीप में शांति के नये दौर की शुरुआत का रास्ता खुला है. हालांकि विश्लेषकों ने कहा कि शिखर सम्मेलन पहल अच्छा है लेकिन साथ ही आगाह किया कि इस तरह के वादे पहले भी किये जा चुके हैं और परमाणु संकट के मुद्दे को सुलझाने के लिए बहुत कुछ किये जाने की जरूरत है.

आने वाले कुछ हफ्तों में किम और ट्रंप के बीच बहु-प्रतीक्षित बैठक होने वाली है. गौरतलब है कि ट्रंप ने प्योंगयांग से हथियार छोड़ने की मांग की है जो प्रगति के लिहाज से अहम होगा.

दोनों नेताओं की पनमुंजोम घोषणा ने इस सम्मेलन को ऐतिहासिक बना दिया क्योंकि महज कुछ महीनों पहले तक इस मामले में कोई सोच भी नहीं सकता था जब उत्तर कोरिया लगातार मिसाइलों का परीक्षण कर रहा था और उसने अपना छठा परमाणु परीक्षण किया था.

इससे पहले भी दोनों कोरियाई नेताओं के बीच वर्ष 2000 और 2007 में प्योंगयोंग में शिखर सम्मेलन हुआ था जिसका समापन ऐसे ही शांतिपूर्ण था लेकिन इस दौरान हुए समझौतों का नतीजा शून्य रहा.

इस बातचीत में उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार का  एजेंडा प्रमुख था और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ने कहा कि परमाणु और मिसाइल परीक्षण पर पाबंदी की उत्तर कोरिया की घोषणा ‘‘बेहद अहम’’ है.