ट्रैफिककर्मी वेंकटेश ने रिकॉर्डतोड़ चालान पर पाया राष्ट्रपति पुलिस पदक

कर्नाटक बेंगलुरु के बसवनगुडी पुलिस स्टेशन में कार्यरत ट्रैफिककर्मी वेंकटेश  को इस बार का राष्ट्रपति पुलिस पदक दिया गया है. वो यातायात विभाग में सहायक उपनिरीक्षक के पद पर हैं. उम्र में 50 साल के वेंकटेश सहित कर्नाटक के 19 पुलिस अध‍िकारियों को ये सम्मान मिला है. लेकिन, उनकी कहानी सबसे जुदा है.

  • वेंकटेश को ड्रिंक एंड ड्राइव मामलों में सबसे ज्यादा चालान के लिए दिया गया ये पदक
  • यातायात विभाग में पांच साल से दे रहे सेवाएं, गरीब बच्चों की पढ़ाई पर खर्च करते हैं अपनी सैलरी
  • जानिए- साल 2019 में उन्होंने कितने चालान, और कितना जुटाया इससे राजस्व

बता दें कि देश भर से 14 यातायात पुलिसकर्मियों को यह पुरस्कार मिला है, जिसमें से वेंकटेश को ये पुरस्कार ड्रिंक एंड ड्राइव में सबसे ज्यादा चालान करने के लिए दिया गया है. उन्होंने

साल 2019 में सबसे ज्यादा 680 चालान किए जिससे उन्होंने 1.3 लाख रुपये विभाग के लिए वसूले. बता दें कि गंभीर अपराध की श्रेणी में आने वाला ड्रिंक एंड ड्राइव केस पूरे देश में होता है. महानगरों में इन मामलों को लेकर सबसे ज्यादा सख्ती बरती जाती है. इस केस की सजा के बारे में बात करें तो इस अपराध में पकड़े जाने वाले को चालान ही नहीं आगे कभी वाहन न चलाने की सजा तक हो सकती है.

वेंकटेश ने ऐसे मामलों में सक्र‍ियता दिखात हुए किसी पुलिस स्टेशन की सीमा से एक अधिकारी द्वारा एकत्र की गई सबसे अधिक राशि जुटाई. उन्होंने शहर के कई क्षेत्रों में यातायात को नियंत्रित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके लिए उन्हें सबसे बड़े सम्मान से नवाजा गया है. वेंकटेश ने अपना ये पुरस्कार अपने विभाग के सहयोगियों और अपनी फैमिली के नाम किया है. वेंकटेश के बारे में उनके दोस्तों का ये भी कहना है कि वो बेहद नेकदिल इंसान हैं. वो गरीब बच्चों के लिए स्कूल बैग, ड्रेस और किताबें खरीदने के लिए अपनी सैलरी का एक हिस्सा खर्च कर देते हैं. उनके सहयोगी भी इस बात की पुष्ट‍ि करते हैं.