51 फीट ऊची भगवान राम की प्रतिमा शनिपर्वत पर लगेगी
ग्वालियर. हस्तनिर्मित भगवान श्रीराम के वनवासी स्वरूप की 51 फीट ऊंची प्रतिमा अब मुरैना जिले के ऐंती पर्वत स्थित शनिधाम में स्थापित की जायेगी। यह प्रतिमा मूलरूप से छत्तीसगढ़ के चन्द्रखुरी स्थित कौशल्या मंदिर में विराजेगी। लेकिन भुगतान के विवाद की वजह से इसे अब मध्यप्रदेश में ही लगाया जा रहा है। यह प्रतिमा छत्तीसगढ़ सरकार की रामपथ गमन परियोजना का हिस्सा है। जिसके तहत भगवान श्रीराम के वनवास काल से जुड़े स्थलों पर उनकी मूर्तियां स्थापित की जानी है। इसी परियोजना के लिये ग्वालियर के मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा को प्रतिमा निर्माण का काम सौंपा गया था।
भुगतान किया तो नयी प्रतिमा बनायेंगे
मूर्तिकार दीपक विश्वकर्मा ने बताया कि यदि ठेकेदार बकाया राशि का भुगतान करता है तो वह छत्तीगढ़ सरकार की परियोजना के लिये नयी प्रतिमा बना देंगे। लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए रामपथ गमन परियोजना में और देरी की आशंका बढ़ गयी है।
पांच महीने पूर्व तैयार की थी प्रतिमा
भगवान राम की प्रतिमा का निर्माण ग्वालियर सेंडस्टोन आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर में किया गया है। 5 माह पूर्व प्रतिमा पूरी तरह से तैयार हो चुकी थी। केवल चन्द्रखुरी में स्थापना का इंतजार था। हालांकि, मूर्तिकार दीपक विश्वकार्मा ने बताया है कि छत्तीसगढ़ के ठेकेदार ने केवल 10 लाख रूपये का अग्रिम भुगतान दिया था। जबकि लगभग 70 लाख रूपये शेष है। जो अभी तक नहीं मिले हैं। लगतातार बढ़ते दबाव और भुगतान न मिलने की वजह से प्रतिमा को बेचने और दूसरी जगह स्थापित करने का निर्णय लेना पड़ा है।