स्वर्ण रेखा के दोनों ओर, मुरार नदी के एक तरफ बिछेगी बड़ी सीवर लाइन

ग्वालियर-शहर की सीवर एवं जलभराव की समस्या का स्थायी निधान करने के लिए नगर निगम ने प्लान तैयार किया है। इसके तहत स्वर्ण रेखा के दोनों ओर बड़ी सीवर लाइन बिछाई जाएगी। इसी तरह मुरार नदी के एक तरफ बड़ी सीवर लाइन डालने की तैयारी की गई है। स्वर्ण रेखा एवं मुरार नदी में मिलने वाली छोटी-बड़ी नालियों से शहर की सीवर व्यवस्था प्रभावित होती है। इन बड़ी नालियों से सीवेज को रोकने के लिए अब बड़ी सीवर लाइन बिछाई जाएगी।शहर के 1 से लेकर 66 वार्डों की सीवेज व्यवस्था को बेहतर किया जा सकेगा।
प्रोजेक्ट 1-राशि: 531.41 करोड़
क्या होगा काम: ममाड़ी गंगा, अमकंठा और कनोजिया नाला प्रोजेक्ट 2.0 में तीनों नालों को सीवर लाइन से जोड़ा जाएगा। इससे इन क्षेत्रों में सीवेज रोकने में मदद मिलेगी। अमकंठा और अन्य नालों से जुड़ा नेटवर्क सुधरेगा।
प्रोजेक्ट 2-राशि: 256.15 करोड़
क्या होगा काम: स्वर्ण रेखा नाले के लिए नए सिरे से 116 नाली लाइन बिछाई जाएगी। नई लाइन बिछने से स्वर्ण रेखा में गिरने वाला सीवेज रोका जा सकेगा। इससे स्वर्ण रेखा का जलभराव भी खत्म होगा।
प्रोजेक्ट 3 राशि: 150.48 करोड़
क्या होगा काम: मुरार नदी के सीवेज नेटवर्क को सुधारने का काम किया जाएगा। इसमें मुरार नदी में मिलने वाले नालों को जोड़ा जाएगा।
अतलापुर एसटीपी
अभी यहां 145 एमएलडी की क्षमता है। इसे 45 एमएलडी और बढ़ाया जाएगा। सीवर लाइन डालने के बाद शहर का सीवेज लोड बढ़ जाएगा जिसके लिए एसटीपी की क्षमता बढ़ाना जरूरी है।
लाल टिपारा एसटीपी
इसकी क्षमता बढ़ाकर 65 एमएलडी की जाएगी।
शताब्दीपुरम एसटीपी
यहां 35 और अमकमाल क्षेत्र में 30 एमएलडी क्षमता बढ़ाने का प्रस्ताव है। इससे ज़ोन–2 और ज़ोन–4 का सीवेज बेहतर तरीके से ट्रीट होगा।
शहर के 1 से लेकर 66 वार्डों की सीवेज व्यवस्था हो जाएगी बेहतर
नगर निगम ने तीनों प्रोजेक्ट्स तैयार कर स्टेट लेवल एक्सपर्ट से बॉडी में भेज दिए हैं। शहर के 1 से 66 वार्डों का सीवेज नेटवर्क इससे बेहतर किया जा सकेगा।