इजरायल ने सीरिया पर अभी तक सबसे बड़ा किया हमला, ईरान और गाजा के बाद क्यों खुला युद्ध का नया मोर्चा

नई दिल्ली. मिडिल ईस्ट में पिछले कुछ सालों से कई मोर्चो पर युद्ध छिड़ा हुआ है। इसमें लगभग हर मोर्चे पर इजरायल की संलिप्तता नजर आ रही है। अब इजरायल ने सीरिया पर भी हमला करना शुरू कर दिया है। इजरायल ने सीरिया की राजधानी दमिश्क पर जोरदार हवाई हमला किया है। जिसमें रक्षा मंत्रालयों को निशाना बनाया गया है। सोमवार से ही इजरायल सीरिया की इस्लामिक नेतृत्व वाली सरकार की सेना को टारगेट किया गया है। इजरायल के हमले के बाद दमिश्क में लोग जबरदस्त धमाकों से डर गये और आसमान में धुएं के गुबार देखे गये। सीरिया की सरकारी मीडिया ने बताया है कि यह हमले इजरायल ने किये। इससे पहले इजरायल के रक्षामंत्री ने चेतावनी दी थी कि दर्दनाक हमले होंगे।
इजरायल ने हमला क्यों किया
सीरिया के दक्षिणी शहर स्वेइदा में स्थानीय सुरक्षाबलों ने डूज समुदाय के लड़ाकों के बीच झड़प की खबरें आयी थी। इसके बाद इजरायल ने सीरियाई बलों को निशाना बनाना शुरू किया। इससे पहले इजरायल ने धमकी दी थी कि अगर सीरियाई सेना दक्षिण सीरिया में ड्रूज़ समुदाय पर हमला करना बंद नही करेगी तो वह सीरियाई सेना को तबाह कर देगा। दक्षिण सीरिया के स्वेइदा शहर में ड्रूज़ लड़ाके और सरकार की सेना के बीच हिंसक झड़पें हो रही है। जिसमें अभी तक सैकड़ों लोग मारे जा चुके है। ड्रूज़ लोग एक अलग धर्म मानते हैं। जो इस्लाम से जुड़ा है। यह सीरिया, लेबनान और इजरायल में रहते है। इजरायल के ड्रूज़ लोग भी सीरिया के ड्रूज़ की मदद की मांग कर रहे हैं।
कौन हैं ड्रूज़
ड्रूज़ नागरिक अरब ही माने जाते है। इस समुदाय की उत्पत्ति 11वीं सदी के दौरान मिस्त्र में हुई थी। यह समुदाय सीरिया, लेबनान, जॉडर्न और इजरायल में है इनकी तादाद करीब 10 लाख है। यह समुदाय इस्लाम या यहूदी धर्म को नहीं मानता है बल्कि एक अलग धर्म को मानता है। ड्रूज़ जिस धर्म को मानते हैं वह हिन्दू, बौद्ध और अन्य धर्मो का मिला-जुलाकर बना है।