सामाजिक सहभागिता से ही नशा मुक्त समाज का निर्माण संभव – सामाजिक न्याय मंत्री

ग्वालियर सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण मंत्री नारायन सिंह कुशवाह ने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है। सामाजिक सहभागिता से ही नशा मुक्त समाज बनाया जा सकता है। मंत्री श्री कुशवाह 26 जून अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस के अवसर पर सामाजिक न्याय दिव्यांगजन सशक्तिरण विभाग के सभागार में आयोजित नशा मुक्त भारत अभियान के राज्य स्तरीय समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2047 में भारत को विश्व गुरु बनाने का जो सपना देखा है, उसको साकार करने में नशा मुक्त भारत का निर्माण महत्वपूर्ण कड़ी होगा। प्रदेश सरकार, भारत सरकार के साथ हर स्तर पर नशा मुक्त समाज निर्माण के लिये जागरूकता कार्यक्रम चला रही है। उन्होंने कहा कि नशा व्यक्तिगत ही नहीं सामाजिक बुराई भी है। इसलिए बिना सामाजिक भागीदारी और सक्रियता के नशा मुक्त समाज के लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा सकता है।
प्रमुख सचिव रघुराज एम.आर. ने कहा कि नशा मुक्ति के लिए जो भी लोग काम कर रहे हैं वह बधाई के पात्र है। यह समाज निर्माण का कार्य है उन्होंने कहा कि की घड़े में पानी तभी रुक सकता है जब उस घड़े के अंदर कोई छेद ना हो। इसी तरह से स्वस्थ समाज के लिए आवश्यक है तो उसमें नशा रूपी कोई छेद न हो।
उप सचिव अंकिता धाकरे ने 1 जून से 26 जून 2025 तक चलाए गये नशा मुक्ति अभियान का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में नशा मुक्ति के क्षेत्र में कार्य कर रही संस्थाओं के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया तथा नशा न करें की शपथ दिलाई गई।