भीम आर्मी को चीफ जस्टिस को दिया अल्टीमेटम, एक माह में लगाओं मूर्ति नही हम हाईकोर्ट में घुसकर लगा देंगे

मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ में डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा का मामला अब दिनों दिन राजनीतिक तूल पकड़ चुका है। एक दिन पहले कांग्रेस द्वारा दिल्ली से आन्दोलन की घोषणा के बाद बुधवार को भीम आर्मी, आजाद समाजपार्टी व अन्य बहुजन संगठनों ने हाईकोर्ट प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोला। भीम आर्मी एकता मिषन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन सिंह ने ग्वालियर -मुरैना सीमा स्थित निरावली पर रैली में कहा है कि एक दलित चीफ जस्टिस ने मूर्ति लगाने का आदेश दिया था। इसलिये चंद वकील मूर्ति नहीं लगने द रहे है।
हम नये चीफ जस्टिस को एक माह का समय देते हैं। यदि इस एक माह के दौरान मूर्ति नहीं लगी तो हम स्वयं हाईकोर्ट के अंदर घुसकर डॉ. अेबेडकर की मूर्ति लगाकर आयेंगे। रतनसिंह ने कहा है कि हम जब चाहेंगे, तब ग्वालियर को बन्द करा सकते है। कोई भी हमको ऐसा करने से नहीं रोक पायेगा। रैली के बाद बहुजन संगठनों के प्रतिनिधियों ने एसडीएम अतुल सिंह को ज्ञापन दिया है।
15 दिन में दूसरी बार तनाव, रास्ते में रोका जुलूस
आंबेडकर मूर्ति को लेकर ग्वालियर का उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन ने कई बार कहा है कि ये मामला बेंच एवं बार के बीच का है। इसमें बाहरी संगठनों का दखल स्वीकार नहीं है। फिर भी पिछले 15 दिन में 2 बार भीम आर्मी, भीम सेना के दखल से तनाव बढ़ता चला गया है। बुधवार से पहले 26 मई को भीम सेना ने ग्वालियर के आंबेडकर पार्क में सभा का ऐलान किया था। बुधवार को भीम आर्मी एकता मिशन, आजाद समाज पार्टी के जुलूस को पुलिस ने निरावली में ही रोक दिया। जबकि, कलेक्टर रुचिका चौहान ने बीते सप्ताह इन संगठनों के प्रतिनिधियों की बैठक लेकर कहा था कि मामला हाईकोर्ट में लंबित है। वहां से निर्णय होने तक किसी प्रकार का कोई आंदोलन न किया जाए।
मूर्ति लगाने से रोकेंगे तो हम देश के हर कोर्ट में लगवाएंगे मूर्ति गुर्जर स्वाभिमान समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष व आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रवींद्र भार्टी गुर्जर ने रैली में कहा कि वो मूर्ति लगाने से रोकेंगे तो हम देश के हर कोर्ट में मूर्ति लगवाएंगे। इन लोगों की कुर्सी खींच लेंगे। उन्होंने कहा घर नहीं बैठना है। मैदान में उतरना है। वहीं आजाद समाज पार्टी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष रूपेश कैन ने कहा कि डॉ. आंबेडकर के सम्मान में हम हर स्तर पर आंदोलन करेंगे। मूर्ति अब हाईकोर्ट में ही लगकर रहेगी।