अग्निवीर भर्ती के लिये खेल परिसर में कराने के लिये कलेक्टर ने पत्र लिखकर विभाग से मांगा अभिमत

ग्वालियर. अग्निवीर भर्ती की तैयारी शुरू हो गयी है। सेना के भर्ती कार्यालय ने खेल विभाग के विकलांग स्टेडियम को उपलब्ध कराने के लिये कलेक्टर को पत्र लिखा है। इस पत्र पर कलेक्टर ने खेल विभाग समेत संबंधित विभागों से अभिमत मांगा है। प्रवेश परीक्षा के बाद शारीरिक परीक्षा जुलाई-अगस्त में प्रस्तावित कराने की तैयारी की जा रही थी। लेकिन यह सत्र बरसात का होने व रनिंग ट्रैक पर पानी भरने की समस्या की वजह से शारीरिक परीक्षण की तिथि आगे बढ़ाने पर अधिकारी विचार कर रहे हैं। भर्ती के लिये स्थान पर चर्चा करने के लिये विगत माह सेना व प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक होना थी। लेकिन भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के चलते वह बैठक टल गयी। इसके बाद सेना ने कलेक्टर को पत्र लिखा।
10 वर्षो के बाद सेना भर्ती रैली के लिये सामाजिक न्याय विभाग के दिव्यांग स्टेडियम दिया गया था। लेकिन भर्ती रैली के ठीक पहले दिव्यांग स्टेडियम की मंजूरी निरस्त होने की वजह से यहां भर्ती रैली नहीं हो सकी थी। जिस वजह से अंचल के युवाओं को सागर जाना पड़ा था।
मेला में उपद्रव के बाद ग्वालियर में नहीं हुई भर्ती
ग्वालियर में वर्ष 2014 में भर्ती रैली के दौरान विवाद हो गया था। यह भर्ती ग्वालियर व्यापार मेला परिसर में हुई थी। इसके बाद से ग्वालियर में भर्ती रैली बंद हो गई। लगभग 11 वर्ष से ग्वालियर और चंबल संभाग के युवाओं को अग्निीवीर भर्ती में शामिल होने दूसरे जिलों में जाना पड़ता है।
मुरैना जिले से सबसे अधिक पंजीयन, भिंड दूसरे नंबर पर रहा
अग्निवीर भर्ती के लिए 10 जिलों से 32,708 युवाओं ने पंजीयन कराए हैं। विगत वर्ष अग्निवीर में पंजीयन की संख्या 24000 हजार थी। बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष 8,708 अधिक युवाओं ने सेना में भर्ती के लिए पंजीयन कराए हैं। सबसे अधिक 10,385 पंजीयन मुरैना के युवाओं ने कराए हैं। दूसरे नंबर पर भिंड है। यहां के 7,329 युवाओं ने सेना के लिए पंजीयन कराए हैं। सेना में अग्निवीर योजना लागू होने के बाद ग्वालियर भर्ती कार्यालय के अंतर्गत युवाओं की संख्या 73000 से 20500 तक आ गई थी।