संघ से किन मुद्दों पर भिन्न थी सावरकर की सोच

विनायक दामोदर सावरकर का नाम स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े उन चंद लोगों में शामिल है जिन्हें लेकर तमाम तरह के मिथक और कहानियां गढ़ी गई हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, जो आज की तारीख में खुद को सावरकर की विरासत का प्रतिनिधि बताता है, उनके जीतेजी सावरकर से उसके रिश्ते उतने सहज नहीं थे जितना दावा किया जाता है. आज विनायक दामोदर सावरकर की पुण्यतिथि पर हम जानने की कोशिश करते हैं कि ऐसे कौन-कौन से मुद्दे थे जिनपर संघ और सावरकर का रुख एक दूसरे के विपरीत रहा.