पाकिस्तान से सांभा के रास्ते घुसे थे आतंकी, 4 घंटे पैदल चलकर पहुंचे कठुआ और मचा दिया कत्लेआम, एक जवान शहीद
कठुआ. जम्मू-कश्मीर के जम्मू संभाग में पिछले 72 घंटों के अंदर आतंकियों ने 3 अलग-अलग जगहों पर हमला किए. आतंकियों ने बीती रात कठुआ में सैन्य बलों पर हमला कर दिया. इस दौरान आतंकियों का मुकाबला करते हुए सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया. वहीं, सेना के पांच जवान और एक एसपीओ घायल है. इन आतंकियों ने कठुआ के एसएसपी अनायत चौधरी के साथ-साथ जम्मू-कठुआ रेंज के डीआईजी सुनील गुप्ता की गाड़ी पर भी हमला किया था. हालांकि वे बाल-बाल बच गए हैं.
इस बीच सूत्रों से पता चला है कि ये आतंकी पाकिस्तान से सांभा सेक्टर के जरिये घुसे थे और फिर कठुआ में ताबड़तोड़ गोलीबारी कर दी. इस दौरान मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया. सूत्रों ने बताया कि कठुआ में मारे गए इस आतंकवादी के बैग से कुछ हैंड ग्रेनेड और भारतीय नोटों की गड्डियां मिली है. माना जा रहा है कि आतंकवादी कुछ घंटे पहले ही भारत में घुसे थे, लिहाज़ा उन्हें भारतीय नोटों की गड्डियां दी गई थी, जिससे अपना खर्चा चला सके. अनुमान के मुताबिक नोटों की संख्या लगभग ₹1 लाख हो सकती है.
सूत्रों ने बताया कि कल शाम कठुआ में हुए आतंकवादी हमले में दो पाकिस्तानी आतंकवादी शामिल थे. वे महज चार घंटे पहले ही सांबा सेक्टर के रास्ते भारत में घुसे थे और लगातार पैदल चलकर कठुआ पहुंचे थे. खुफिया एजेंसियों को पता चला है कि रास्ते में प्यास लगने पर इन आतंकियों एक गांव में पानी भी मांगा था.
उधर खुफिया सूत्रों के मुताबिक, यह भी पता चला है कि डोडा के भदरवा में सेना पर हुई गोलीबारी के मामले में पाकिस्तान में बैठे आतंकी सरगना ने पिछले कई सालों से गायब रहे आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स को जिम्मेदारी लेने के लिए कहा है. इसके बाद आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद ने कश्मीर टाइगर्स के लेटरहेड पर बयान जारी करते हुए डोडा में हुए हमले की जिम्मेदारी कश्मीर टाइगर्स के नाम कर दी.
इस मामले की जांच में लगे खुफिया और सुरक्षा बलों के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान ऐसे आतंकवादी संगठनों का नाम केवल अंतरराष्ट्रीय समुदायों की आंख में धूल झोंकने के लिए लेता है, जिससे उसके ऊपर कोई उंगली ना उठा सके. कश्मीर टाइगर्स नाम का यह आतंकवादी संगठन वास्तव में पाकिस्तान के आतंकवादियों का ही समूह है, जिसे केवल कश्मीर के नाम पर दिया गया है.