मालवा एक्सप्रेस से बच्चा का अपहरण करने वाले आरोपी अमरसिंह रिमांड पर आरोपी ने माना एक बेटी थी बेटे के लालच में बच्चे को उठाया

ग्वालियर. मालवा एक्सप्रेस से 6 अप्रैल की रात को स्लीपर कोच एस-2 से 2 महीने का बच्चे अपहरण करने के आरोपियों को गुरूवार को जीआरपी ग्वालियर ने रिमांड कोर्ट में पेश किया है, 3 आरोपियों को इन्दौर से लेकर ग्वालियर जीआरपी लेकर आयी थी। इस बीच जीआरपी की ओर से बच्चे का अपहरण करने के आरोपी आईआईएम के फिटनेस ट्रेनर अमरसिंह को रिमांड पर ले लिया है। जीआरपी ने बताया है कि पूछताछ में आरोपी ने कबूला कि उसके 14 वर्ष की एक बेटी है। बेटा नहीं था। बेटे के लालच में उसने ट्रेन से बच्चे को उठाया था।
जब बच्चे को लेकर घर पहुंचे तो आसपास के लोगों को शक हो गया और लोगों ने बच्चे के बारे में पूछना शुरू कर दिया। इससे वह डर गये और इन्दौर जीआरपी को बच्चे सौंप दिया। आरोपी की पत्नी इन्दू चौहान और साली रंजना को ग्वालियर जेल भेज दिया है। रंजना रेलवे स्टेशन इन्दौर में प्वाइंट्स मैन के पद पर कार्यरत है। जबकि इंदू चौहान हाउस वाइफ है।
ऐसे समझिये क्या है मामला
डबरा से बच्चे को उठाया, ललितपुर स्टेशन के सीसीटीवी में कैद
मालवा एक्सप्रेस के एस-2 कोच में छतरपुर निवासी उमेश अहिरवार परिवार के साथ सफर कर रहा था। उमेश के अनुसार उसका एस-2 कोच के 13 और 14 नंबर सीट में रिजर्वेशन था। 6 अप्रैल की रात को 2 से 2:30 के बीज में ग्वालियर और डबरा के बीच उसने देखा कि उसका दो माह का बेटा सीट से गायब है।
इसके बाद उमेश ने इसकी जानकारी झांसी जीआरपी थाना में दी। वहीं 8 अप्रैल को आईआईएम में फिटनेस ट्रेनर अमर सिंह चौहान (42) जीआरपी थाना इंदौर बच्चे को लेकर पहुंचा। उसने बच्चे को जीआरपी को यह कहते हुए सौंप दिया कि यह बच्चा उन्हें लावारिस मिला था। जबकि बच्चे के पिता ने 7 अप्रैल की रात को ग्वालियर जीआरपी थाना में बच्चे का अपहरण का मामला दर्ज कराया था। वहीं आरोपी कह रहे हैं कि उन्होंने बच्चे का अपहरण नहीं किया है। इंदौर से आरोपियों को लेकर जीआरपी के सब-इंस्पेक्टर एमआर जमरे, प्रधान आरक्षक हरिशंकर शर्मा, अनुज तोमर, शिवकुमार आदि शामिल रहे।