लूट की 13 बड़ी वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 3 आरोपी गिरफ्तार, 1 लाख में किराए पर लिया था हथियार

चंडीगढ़: लुधियाना पुलिस ने लुटेरों के एक गिरोह का भंडाफोड़ कर उसके तीन गुर्गों को गिरफ्तार किया है. दिलचस्प बात यह है कि गिरोह में शामिल शहर में एक सैलून चलाने वाले शख्स ने स्नैचिंग और डकैतियों को अंजाम देने के लिए अपना लाइसेंसी .32 बोर का हथियार 1 लाख रुपये में किराए पर दिया था.

गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान मॉडल टाउन एक्सटेंशन के रविंदर सिंह उर्फ रवि, पखोवाल रोड के डेविड राज और हैबोवाल के ऋषि नगर के विशाल वर्मा के रूप में हुई है. पुलिस ने गिरोह के लोगों के पास से एक मोटरसाइकिल, एक स्कूटर, एक कार और एक .32 बोर की पिस्तौल के साथ दो जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं. आरोपी के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.

पुलिस ने रद्द किया हथियार का लाइसेंस
सीपी मनदीप सिद्धू ने बताया कि आरोपी विशाल वर्मा सराभा नगर बाजार में एक सैलून चलाता है और उसने पिछले साल दिसंबर में वारदात करने के लिए अन्य दो अपराधियों को अपना लाइसेंसी हथियार उधार दिया था और इसके बदले उसने आरोपियों से किराए के रूप में 1 लाख रुपये लिए थे. सीपी सिद्धू ने कहा कि विशाल को पता था कि उसके लाइसेंसी हथियार का इस्तेमाल स्नैचिंग और डकैती के लिए किया जाएगा, इसलिए उसने गिरोह के संचालन में बराबर की भूमिका निभाई. अब उसका हथियार जब्त कर लिया गया है और उसका लाइसेंस तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया जाएगा.

हाल ही में यह गिरोह कोतवाली क्षेत्र के एक होटल में लूटपाट करने के लिए घुसा था, लेकिन वे अपने प्रयास में असफल रहे. सीपी ने खुलासा किया कि पिछले दो महीनों के दौरान गिरोह ने झपटमारी और लूट की 13 घटनाओं को अंजाम दिया था, जिनमें से कुछ की शिकायत पीड़ितों ने नहीं की थी. गिरोह द्वारा की गई 13 वारदातों में सबसे बड़ी घटना पखोवाल स्थित मनी चेंजर की दुकान से लूट की है. लेकिन दुकान मालिक ने लूट की कोई शिकायत पुलिस से नहीं की थी.
एडीसीपी रूपिंदर कौर ने कहा कि अन्य घटनाओं में पान की दुकानों, सड़क किनारे विक्रेताओं, प्रवासियों आदि से लूट शामिल है. एडीसीपी ने बताया कि अब इन आरोपियों की कोर्ट से पुलिस रिमांड मांगी जाएगी, ताकि इनका पूरा क्रिमिनल रिकॉर्ड खंगाला जा सके और लूट की अन्य बड़ी घटनाओं में इनकी संलिप्तता की पुष्टि की जा सके.