प्रदूषण कम करने की कवायद, हर रोज आठ किमी सड़क से हटाएंगे मिट्टी

ग्वालियर. शहर में वायु प्रदूषण की स्थिति फिर खराब होती जा रही है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 300 के पार पहुंच रहा है। ग्वालियर मध्यप्रदेश का पहला ऐसा शहर बन चुका है, जहां वायु गुणवत्ता में पीएम-10 के स्तर में 13 प्रतिशत का सुधार हुआ था, लेकिन अब परिस्थितियां फिर से बदलने लगी हैं। ऐसे में नगर निगम ने प्रदूषण काबू करने की कवायद शुरू की है। वायु गुणवत्ता को खराब करने वाले पर्टिकुलेटेड मैटर (पीएम) 2.5 और 10 बढ़ने का कारण धूल-मिट्टी होता है। इसके चलते नगर निगम ने शहर की चारों विधानसभाओं में स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने इलाके में प्रतिदिन दो किमी लंबाई में सड़कों से मिट्टी हटाने का काम करें। वर्तमान में कोटेश्वर से शब्द प्रताप आश्रम रोड और थीम रोड पर यह कार्य कर लिया गया है।

सफाईकर्मियों को तैनात कर सड़क किनारे फुटपाथ पर और डिवाइडरों के आसपास इकट्ठी हुई मिट्टी को हटाया जा रहा है। अब आगे रोड स्वीपिंग मशीनों का भी इस्तेमाल किया जाएगा। दरअसल, सड़कों पर पड़ी मिट्टी वाहनों की आवाजाही से उड़ती है और यही वातावरण में फैलकर एक्यूआई को खराब करने लगती है। यह मिट्टी न तो वायुमंडल में ऊपर उठती है और वाहनों की आवाजाही से सड़क पर भी नहीं रह पाती है। इसका नुकसान यह होता है कि शहर का प्रदूषण स्तर बिगड़ने लगता है और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अब प्रदूषण कम करने की कवायद के तहत प्रत्येक विधानसभा में दो किमी सड़क से मिट्टी हटाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए पहले मुख्य मार्गों का चयन किया गया है। मुख्य मार्गों पर फुटपाथ और डिवाइडरों के किनारे इकट्ठी हो चुकी मिट्टी की परत को खुदवाकर इसे उठवाया जा रहा है। अगले चरण में रोड स्वीपिंग मशीनें लगाकर बारीक धूल को खींच लिया जाएगा। फिर वाटर फागिंग मशीनों का इस्तेमाल कर इन सड़कों को साफ कराया जाएगा।