राजस्थान: गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंजा CRPF केंद्र, जवान ने परिवार को बनाया बंधक, कई फायर किये

जोधपुर. राजस्थान के जोधपुर के कड़वड़ थाना इलाके में स्थित सीआरपीएफ का प्रशिक्षण केंद्र (CRPF Training Center) रविवार को गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज (Trembled by firing) उठा. गोलियों की आवाज सुनने के बाद सीआरपीएफ क्वाटर्स में अफरा-तफरी मच गई. यहां तैनात के एक जवान ने अपने परिवार सहित खुद को अपने क्वाटर में बंधक बना लिया. बाद में उसने अपनी क्वाटर की बालकनी में आकर एक के बाद एक कई फायर किये. इससे वहां अफरातफरी का माहौल हो गया. सूचना पर जोधपुर पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ समेत कई आला अधिकारी वहां पहुंचे. बताया जा रहा है कि सीआरपीएफ का यह जवान छुट्टी नहीं मिलने से खफा था. सोमवार सुबह तक उसने अपने क्वाटर का दरवाजा नहीं खोला था.

पुलिस ने बताया कि सीआरपीएफ का जवान नरेश जाट पाली जिले के राजोला गांव का रहने वाला है. नरेश जाट गत तीन बरसों से सीआरपीएफ प्रशिक्षण केन्द्र में पदस्थापित है. उसने रविवार की शाम 6 बजे के आसपास अपनी बालकनी से पहला हवाई फायर किया था. इससे सीआरपीएफ केन्द्र के अंदर सनसनी फैल गई. घटना की सूचना पर केंद्र के अधिकारी वहां पहुंचे और उसे समझाने का प्रयास किया. लेकिन वह नहीं माना और न ही उसने अपने क्वाटर का दरवाजा खोला. जांच पड़ताल में सामने आया कि नरेश अपने साथ क्वाटर में 40 राउंड गोलियां लेकर गया था
फायर करने के लिये थोड़ी-थोड़ी देर में बालकनी में आता रहा
क्वाटर में उसकी पत्नी और बच्चे भी मौजूद थे. लेकिन वह थोड़ी-थोड़ी देर में बालकनी में आता और फायर करके वापस चला जाता. यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा. इस पर पुलिस को सूचना दी गई. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अमला हरकत में आया. पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़, डीसीपी डॉ अमृता दोहन और एसीपी राजेन्द्र दिवाकर सहित पुलिस के कई आला अधिकारी सीआरपीएफ केंद्र पहुंच गए. मौके पर पहुंचे आला अधिकारियों ने भी उसे समझाने के प्रयास किये लेकिन वह किसी को भी अपने नजदीक नहीं आने दे रहा था. देर रात तक वह आठ दस फायर कर चुका था.
नजदीक आने पर जान से मारने की दे रहा था धमकी
पुलिस-प्रशासन के समझाइश के जब सभी प्रयास विफल हो गये तो जवान के पिता और उसके कुछ खास मित्रों को समझाइश के लिए मौके पर बुलाया गया. लेकिन वह फिर भी नहीं माना और नजदीक आने पर उन्हें भी जान से मार देने की धमकी देता रहा. पुलिस सूत्रों की मानें तो जवान नरेश जाट मानसिक रूप से परेशान है. कयास यह भी लगाया जा रहा है कि वह घटना के दौरान वह शराब के नशे में था. रात करीब दो बजे बाद उसने फायरिंग करना बंद कर दिया था. देर रात तक जवान से समझाइश का दौर जारी था.