उदयपुर हत्याकांड: आरोपी रियाज ने कन्हैयालाल की हत्या का वीडियो भेजा था पाकिस्तान

राजस्थान के उदयपुर जिले में हुए टेलर कन्हैयालाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी मोहम्मद रियाज को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. रियाज ने कन्हैयालाल की हत्या का वीडियो पाकिस्तान के एक ग्रुप में भेजा था. ये ग्रुप पाकिस्तानी आंतकियों और कट्टरपंथियों का है और दुनियभर में हेट क्राइम और तालिबानी वीडियो वायरल करता है. इसी वॉट्सएप ग्रुप ने हत्या का ये वीडियो दुनियाभर में वायरल किया. तहरीके लब्बेक से जुड़े पाकिस्तानी भी इस ग्रुप में शामिल हैं. कन्हैया की हत्या के पीछे इनका मकसद सिर्फ दहशत फैलाना था. इनके निशाने पर कन्हैया के अलावा एक और शख्स भी था.

जांच एजेंसियों को ये भी जानकारी मिली है कि हत्या के आरोपियों की इस घटना को सोशल मीडिया पर लाइव करने की योजना थी, जिसकी चर्चा इन लोगों ने WhatsApp ग्रुप पर की थी. इस ग्रुप को आरोपियों के द्वारा ही बनाया गया था. अब तक की जांच में ये भी पता चला है कि पिछले काफी वक्त से ये कुछ बड़ा करने की साजिश रच रहे थे. भारत को इस्लामिक स्टेट बनाने के लिए ये आईएसआईएस को अपना आदर्श मानते थे. दोनों आरोपी अक्सर आईएसआईएस और तालिबान के वीडियो देखा करते थे. एनआईए को ये भी जानकारी मिली है कि कन्हैया लाल द्वारा नूपुर शर्मा की पोस्ट पर प्रतिक्रिया के बाद इन्होंने कन्हैया को सबसे आसान टारगेट समझा था. हालांकि ये चाहते थे कि कई बड़े लोग को ये अपना निशाना बनाएं, लेकिन वो इनकी पहुंच से काफी दूर थे.
45 दिनों के लिए पाकिस्तान गया था आरोपी
सूत्रों के मुताबिक पुलिस की हिरासत में जब इनसे पूछताछ की गई तो इनको अपने किये पर कोई पछतावा नहीं है. दोनों अब भी पुलिस के सामने अपने-अपने उद्देश्य को पूरा करने का दावा कर रहे हैं. इनका कहना है कि भले ही वो अपने धर्म के लिए कुर्बान हो जाएंगे, लेकिन उसके बाद भी उनके ग्रुप के कई लोग हैं जो ऐसी वारदात अंजाम देने के लिए आतुर हैं. पुलिस के सूत्रों के मुताबिक एक आरोपी 2014 में ट्रेन के जरिये 45 दिनों के लिए पाकिस्तान गया था, जहां वो ज्यादातर उन लोगों के संपर्क में था जो अलग-अलग आतंकी गुट से किसी ना किसी तरह से जुड़े हुए थे.
स्लीपर सेल की तरह काम कर रहे थे आरोपी
आरोपी पिछले कई सालों से स्लीपर सेल की तरह काम कर रहे थे. सूत्रों के मुताबिक पुलिस की पूछताछ में दोनों ने बताया कि ये साजिश उन्होंने नूपुर शर्मा के बयान के बाद बनाई थी. उदयपुर के सीपाटिया इलाके में वेल्डिंग फैक्टरी में हथियार बनाए और उसके बाद हत्याकांड को अंजाम देने के बाद उस फैक्टरी के मालिक के ऑफिस में वीडियो बनाया. जांच एजेंसियों ने वहां से वो हथियार बरामद कर लिए हैं. कन्हैया लाल हत्याकांड में अब तक कि हुई जांच को आगे बढ़ाते हुए आज NIA टीम जयपुर की स्पेशल NIA कोर्ट में दोनों आरोपियों के प्रोडक्शन वारंट के लिए जयपुर कोर्ट में अर्जी दाखिल करेगी.