यूक्रेन के न्यूक्लियर पावर प्लांट पर रूस का कब्जा, चेर्नोबिल दुर्घटना से भी बदतर हो सकते हैं हालात; 10 बड़ी बातें

यूक्रेन के अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि देश में स्थित यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र (Nuclear Power Plant) में रूसी गोलाबारी से लगी आग पर काबू पा लिया गया है और इस संयंत्र पर रूसी बलों ने कब्जा कर लिया है. यूक्रेन के सरकारी परमाणु नियामक ने कहा कि एनेर्होदार शहर में स्थित जपोरिजिया संयंत्र में विकिरण के स्तर मे अब तक कोई बदलाव नहीं आया है. संयंत्र के कर्मचारी इसका निरीक्षण कर रिएक्टर संख्या-1 के कंपार्टमेंट को हुए नुकसान का पता लगा रहे हैं.

नियामक ने फेसबुक पर एक बयान में परमाणु ईंधन को ठंडा करने की क्षमता को बनाए रखने के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि इस तरह के नुकसान से 1986 की चेर्नोबिल दुर्घटना या 2011 में जापान के फुकुशिमा हादसे से भी बदतर दुर्घटना हो सकती है. नियामक ने यह भी कहा कि संयंत्र में इस्तेमाल किये जा चुके परमाणु ईंधन के भंडारण की सुविधा उपलब्ध है. हालांकि इस बात के कोई संकेत नहीं है कि संयंत्र पर गोलाबारी हुई.

यूक्रेन पर रूसी के हमले के बारे में 10 अहम बातें:

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की के कार्यालय के एक अधिकारी ने पहचान गुप्त रखे जाने की शर्त पर कहा कि परमाणु ऊर्जा संयंत्र अभी तक क्षतिग्रस्त नहीं हुआ है और विकिरण का स्तर सामान्य है. परमाणु संयंत्र के प्रवक्ता एंड्री तुज़ ने यूक्रेनी टेलीविजन को बताया कि गोले सीधे संयंत्र पर गिरे और इसके छह रिएक्टरों में से एक में आग लग गई. उन्होंने कहा कि रिएक्टर का नवीकरण चल रहा है और यह काम नहीं कर रहा.

जपोरिजिया के क्षेत्रीय सैन्य प्रशासन ने कहा कि शुक्रवार सुबह 7 बजे किये गए संयंत्र के निरीक्षण के दौरान पता चला है कि क्षेत्र में विकिरण के स्तर में कोई बदलाव नहीं आया है और इससे लोगों की जान और स्वास्थ्य को खतरा नहीं है. एनेर्होदार के मेयर दिमित्रो ओरलोव ने शुक्रवार सुबह टेलीग्राम चैनल पर कहा, ''संयंत्र में लगी आग को बुझा लिया गया है.'
इस घटना के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की की अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और दूसरे देशों के नेताओं से फोन पर बात हुई है. अमेरिका के ऊर्जा विभाग ने ऐहतियात के तौर पर अपनी परमाणु घटना प्रतिक्रिया टीम को सतर्क रहने के लिये कहा है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर रूस के हमले को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने का अनुरोध किया है.

अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) का कहना है कि यूक्रेन में रूसी सेना के हमले का शिकार हुए परमाणु ऊर्जा संयंत्र में विकिरण के स्तर में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है. आईएईए के महानिदेशक ने दोनों पक्षों से गोलाबारी बंद करने की अपील करते हुए कहा कि यदि परमाणु ऊर्जा को निशाना बनाया गया तो इसके गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं.

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने रूस के दिग्गज कारोबारियों और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निकट सहयोगियों पर नए प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है. अमेरिका ने यूक्रेन पर आक्रमण का आदेश देने के लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को निशाना बनाने के नवीनतम प्रयास में क्रेमलिन के प्रेस सचिव दमित्री पेस्कोव समेत रूसी कुलीन वर्ग के 50 लोगों और उनके परिवारों पर नए प्रतिबंध लगाए हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि प्रतिबंध उन लोगों को लक्षित करेंगे, जो रूसी कारोबारियों के साथ अवैध तरीके से संबद्ध हैं.

यूक्रेन और रूस के वार्ताकारों ने बृहस्पतिवार को कहा कि युद्ध पर तीसरे दौर की वार्ता जल्द ही होगी. पोलैंड की सीमा के समीप बेलारूस में बृहस्पतिवार को वार्ता में रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सलाहकार व्लादिमीर मेदिन्स्की ने कहा कि दोनों पक्षों की "स्थिति बिल्कुल स्पष्ट है, संघर्ष के राजनीतिक समाधान से संबंधित मुद्दों समेत एक-एक बात लिखी गई है." उन्होंने विस्तार से जानकारी दिए बिना कहा, "उनकी ओर से आपसी सहमति बनी है."

यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि मास्को द्वारा नौ दिन पहले कीव पर सैन्य हमले शुरू करने के बाद से अब तक कम से कम 9,166 रूसी जवान मारे गए हैं. मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि 24 फरवरी से शुक्रवार तक रूस ने 939 बख्तरबंद लड़ाकू वाहन, 404 यूनिट ऑटोमोबाइल उपकरण, 251 टैंक, 105 आर्टिलरी सिस्टम, 60 ईंधन टैंक, 50 मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर, 37 हेलीकॉप्टर, 33 विमान भी नष्ट कर दिए हैं.

यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने एक फेसबुक पोस्ट में खुलासा किया कि रूस अभी भी कीव पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है, इसने अधिकांश परिचालन भंडार को समाप्त कर दिया है और दक्षिणी और पूर्वी सैन्य जिले मेंअतिरिक्त बलों और संसाधनों के हस्तांतरण की तैयारी शुरू कर दी है. इसमें कहा गया है कि रूसी सैनिकों का एक समूह काला सागर में नौसैनिक ठिकानों से हट गया है, हालांकि वे 'जातोका में नौसैनिकों के उतरने की तैयारी' कर रहे हैं.

इससे पहले, गुरुवार को रूस के साथ वार्ता कर रहे यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य ने कहा कि दोनों पक्ष नागरिकों को निकालने तथा मानवीय मदद देने के लिए सुरक्षित गलियारे बनाने के अस्थायी समझौते पर पहुंच गए हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के सलाहकार मिखाइलो पोदोलियाक ने कहा कि रूस और यूक्रेन एक प्रारंभिक समझौते पर पहुंच गए हैं कि उन इलाकों में संघर्ष विराम लागू किया जाएगा जहां सुरक्षित गलियारे बनाए गए हैं.

दूसरी ओर, क्वाड समूह के देशों की बृहस्पतिवार को एक बैठक हुई जिसमें यूक्रेन पर रूस के हमले से पैदा हुई स्थिति और मानवता पर उसके प्रभावों पर भी चर्चा की गई. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर दोनों देशों को वार्ता और कूटनीति के रास्ते पर लौटने की आवश्यकता पर जोर दिया. डिजिटल माध्यम से हुई इस बैठक में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, ऑस्ट्रलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा भी शामिल हुए.