ऑस्ट्रेलिया में गांधी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया, PM स्कॉट मॉरिसन ने बताया शर्मनाक

मेलबर्न. ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर में शरारती तत्वों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की आदमकद प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया है. इस प्रतिमा को भारत सरकार ने ऑस्ट्रेलिया को गिफ्ट किया था. महात्मा गांधी की प्रतिमा क्षतिग्रस्त किए जाने के कारण ऑस्ट्रेलिया के भारतवंशी लोगों में बेहद नाराजगी है. इस घटना पर ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने दुख जाहिर करते हुए इसे बेहद शर्मनाक बताया है.

जानकारी के मुताबिक ये घटना गांधी जी की प्रतिमा के लोकार्पण के कुछ घंटे बाद ही हुई है. स्कॉट मॉरिसन ने इस मूर्ति का लोकार्पण भारतीय अधिकारियों की मौजूदगी में किया था. अखबार द एज की रिपोर्ट के मुताबिक स्कॉट मॉरिसन ने कहा है कि महत्वपूर्ण सांस्कृतिक स्मारकों पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. उन्होंने स्पष्ट कहा कि जिसने भी इस घटना को अंजाम दिया है, उसे खुद पर शर्म आनी चाहिए.

पुलिस ने लोगों से की अपील

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गांधी जी प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने के लिए बिजली के तारों का इस्तेमाल किया गया है. मामले की जांच के लिए पुलिस ने घटना के चश्मदीद लोगों से सामने आने की अपील की है. मामले को लेकर लोगों ने सोशल मीडिया पर भी प्रतिक्रियाएं दी हैं.

अमेरिका में भी सर्वोच्च सम्मान देने के लिए प्रस्ताव पेश किया गया था

बता दें कि बीते अगस्त महीने में अमेरिका में महात्मा गांधी को वहां का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिलाने के प्रयास तेज हुए थे. एक प्रभावशाली सांसद ने महात्मा गांधी को मरणोपरांत प्रतिष्ठित कांग्रेशनल गोल्ड मेडल से सम्मानित करने संबंधी एक प्रस्ताव अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में पेश किया था. कांग्रेशनल गोल्ड मेडल अमेरिका में सर्वोच्च नागरिक सम्मान है.

न्यूयॉर्क से कांग्रेस सदस्य कैरोलिन बी मेलोनी ने प्रतिनिधिसभा में इस संबंध में प्रस्ताव पेश करते हुए कहा था, ‘विरोध प्रदर्शित करने के महात्मा गांधी के अहिंसक एवं ऐतिहासिक सत्याग्रह अभियान ने राष्ट्र और विश्व को प्रेरित किया. उनका उदाहरण हमें प्रोत्साहित करता है कि हम स्वयं को दूसरों की सेवा में समर्पित करें.’ बता दें कि यह सम्मान जॉर्ज वॉशिंगटन, नेल्सन मंडेला, मार्टिन लूथर किंग जूनियर, मदर टेरेसा और रोजा पार्क्स को मिल चुका है.