ब्रिटेन के प्रिंस एंड्रयू पर बलात्कार का आरोप लगाने और उन्हें महल से बेदखल कराने वाली वर्जीनिया ज्यूफ्री फिर चर्चा में क्यों हैं, जानिए 5-प्वाइंट में

ब्रिटेन के एक राजकुमार हैं प्रिंस एंड्रयू (Prince Andrew of Britain). इन पर साल 2015 में वर्जीनिया ज्यूफ्री (Virginia Giuffre) नाम की एक लड़की ने बलात्कार का आरोप लगाया था. उसने बताया था कि जब वह महज 17 साल की थीं, तब प्रिंस एंड्रयू (Prince Andrew) ने अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर जबर्दस्ती उनके साथ यौन संबंध बनाए. उन्होंने अदालत में भी इन आरोपों के आधार पर केस दर्ज कराया. इसके बाद ब्रिटेन में भूचाल सा आ गया. क्योंकि जिस पर आरोप लगा, वह ब्रिटेन के शाही परिवार (Royal Family of Britain) का सदस्य था. मामला इस परिवार की प्रतिष्ठा से जुड़ा था. इन आरोपों से हालांकि, प्रिंस एंड्रयू (Prince Andrew) शुरू में इंकार करते रहे. इसके बावजूद पुष्ट होते संदेह के आधार पर उन्हें शाही जिम्मेदारियों से बेदखल कर दिया गया. इसके बाद अब एक बार फिर वर्जीनिया ज्यूफ्री (Virginia Giuffre) और प्रिंस एंड्र्यू से जुड़ा यह मामला सुर्खियों में आया है. जानते हैं इस बारे में, थोड़ा और.

अभी क्या हुआ है इस मामले में

प्रिंस एंड्रयू (Prince Andrew) की ओर से इसी मंगलवार को बयान जारी किया गया है. इसमें उन्होंने यौन दुराचार का आरोप लगाने वाली वर्जीनिया ज्यूफ्री (Virginia Giuffre) के साथ अदालत से बाहर समझौते की बात की है. उनके वकील ने बताया कि इस समझौते के तहत ड्यूक ऑफ यार्क (Prince Andrew) एक निश्चित रकम (कितनी, इसका खुलासा नहीं) वर्जीनिया को देंगे. वर्जीनिया यौन-व्यापार के लिए बंधक बनाकर खरीदे-बेचे (Sex-Traffficking) जा रहे लड़के-लड़कियों के कल्याण के लिए भी काम करती हैं. उनके इन परोपकारी कार्यों के लिए भी प्रिंस एंड्रयू पैसा देंगे.

इसके साथ ही वकील ने कहा, ‘प्रिंस एंड्र्यू का कभी भी वर्जीनिया के चरित्र पर धब्बा लगाने का इरादा नहीं रहा. बल्कि वे मानते हैं कि वर्जीनिया को दोहरी तकलीफ हुई है. वे एक तरफ तो यौन-उत्पीड़न की शिकार हुईं. दूसरी तरफ, उन्हें यह मामला सामने लाने की वजह से सार्वजनिक हमलों का सामना करना पड़ा. प्रिंस एंड्रयू इस बात के लिए वर्जीनिया की प्रशंसा करते हैं कि वे खुद के और अपने जैसे अन्य पीड़ितों के लिए खड़ी हुईं. उनके लिए आवाज उठाई और संघर्ष किया.’ इसके साथ ही प्रिंस एंड्यू ने जेफ्री एप्सटिन (Jeffrey Epstein) के साथ अपने संबंधों के लिए अफसोस जताया.

ये जेफ्री एप्सटिन कहां से आया बीच में

प्रिंस एंड्रयू (Prince Andrew) ने अपने बयान के साथ जिस जेफ्री एप्सटिन (Jeffrey Epstein) का जिक्र किया, असल में, वही पूरे विवाद की जड़ में है. अमेरिकी मूल का नागरिक जेफ्री यौन-अपराधों के लिए कुख्यात अपराधी रहा है. वह अमेरिका, ब्रिटेन आदि कई देशों में यौन-कारोबार के लिए लड़के-लड़कियों की खरीद-फरोख्त का काम किया करता था. उसकी प्रिंस एंड्रयू के साथ दोस्ती हुआ करती थी. उसी दौरान एप्सटिन के सहयोगी मैक्सवेल ने वर्जीनिया को यौन-दासी (Sex-Slave) के रूप में खरीदा था. तब वह महज 14 साल की थी. इनमें एप्सटिन बाद में पकड़ा गया और 2019 में उसने जेल में आत्महत्या कर ली, जबकि मैक्सवेल को दो साल बाद यानी 2021 में यौन-कारोबार के लिए बच्चों की खरीद-फरोख्त सहित कई आरोपों का दोषी ठहराया जा चुका है. वह अभी जेल में है.

वर्जीनिया के साथ वारदात कब हुई

जैसा कि वर्जीनिया ने खुद अदालती मामला दायर करते हुए बताया है कि साल 2001 में जब वह 17 साल की थी, तब प्रिंस एंड्र्यू (Prince Andrew), एप्सटिन और उसके सहयोगियों ने उनके साथ दुराचार किया. यह घटना मैक्सवेल के लंदन स्थित घर पर हुई थी. इससे आहत वर्जीनिया (Virginia Giuffre) ने 2009 में अदालत में मामला दायर कर दिया था. इसमें उन्होंने पहले ‘जेन डो 102’ के छद्म नाम से केस दर्ज कराया. इसमें एप्सटिन को तो नामजद आरोपी बनाया लेकिन प्रिंस एंड्र्यू (Prince Andrew) का नाम नहीं लिखवाया. तब बताया गया था कि उनके साथ यौन-दुराचार करने वाले एप्सटिन के साथियों में ‘शाही परिवार का सदस्य’ भी शामिल था. हालांकि बाद में वर्जीनिया ने साहस दिखाते हुए खुलकर प्रिंस एंड्रयू का नाम आरोपी के तौर पर लिया. यही नहीं, 2021 में उन्होंने प्रिंस एंड्र्यू के खिलाफ भी सीधे तौर पर अदालत में मुकदमा दायर कर दिया है.

डोनाल्ड ट्रंप के साथ भी जुड़ा है वर्जीनिया का नाम

वर्जीनिया (Virginia Giuffre) इस वक्त 38 साल की हैं. वे ऑस्ट्रेलियाई नागरिक रॉबर्ट ज्यूफ्री से शादी के बाद ऑस्ट्रेलिया में रह रही हैं. उनका जन्म 1983 में कैलिफोर्निया, अमेरिका में हुआ. परिवार की स्थितियां अच्छी नहीं थीं. इससे तंग आकर उन्होंने कई बार बचपन में घर से भागने की कोशिश की. यहां तक कि उन्होंने कई रातें फुटपाथ पर भी गुजारनी पड़ीं. अमेरिका के बड़े कारोबारी और बाद में वहां के राष्ट्रपति बने डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) के घर पर बने स्पा सेंटर में भी वर्जीनिया ने कुछ समय काम किया है. वहीं, उनकी मुलाकात ब्रिटिश नागरिक मैक्सवेल से हुई. उसने उन्हें एप्सटिन के घर पर नौकरी दिलाई थी.

अब प्रिंस एंड्र्यू के सामने क्या रास्ता है

प्रिंस एंड्रयू (Prince Andrew) के खिलाफ वर्जीनिया जो मामला दर्ज कराया है, उसकी अगले महीने सुनवाई होने वाली है. उन्होंने इससे पहले ही अपनी ओर से समझौता पत्र अदालत में पेश कर दिया है. जानकार मानते हैं कि वर्जीनिया (Virginia Giuffre) यह समझौता स्वीकार कर सकती हैं. इससे प्रिंस एंड्रयू अदालती कार्यवाही से बच सकते हैं.

हालांकि उन्होंने अपने खिलाफ लगे आरोपों को अब भी स्वीकार नहीं किया है. लेकिन यौन-कारोबार के लिए खरीदे-बेचे जाने वाले पीड़ितों की मदद का वादा किया है. इस काम में वर्जीनिया को आर्थिक सहयोग देने की बात कही है. लेकिन इस सबके बावजूद निकट भविष्य में प्रिंस एंड्र्यू (Prince Andrew) सार्वजनिक जीवन में फिर अपनी पुरानी हैसियत हासिल कर सकेंगे, इसकी संभावना कम मानी जा रही है.