अब काशी विश्वनाथ मंदिर में न गर्भ गृह में जा सकेंगे, न लगेगा भक्तों के माथे पर टीका, जानें क्या है कारण

वाराणसी. कोरोना संक्रमण पूरे देश सहित अब उत्तर प्रदेश में भी तेजी से अपने पैर पसार रहा है. लोगों को संक्रमित करने के साथ ही अब कोरोना और खासकर ओमिक्रॉन संक्रमण का डर काशी विश्वनाथ मंदिर के भक्तों को भी परेशान कर रहा है. कोरोना को देखते हुए अब काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने भक्तों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं. नई गाइडलाइंस के अनुसार अब भक्त मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश नहीं कर सकेंगे. वहीं भक्तों के माथे पर अब पुजारी टीका और त्रिपुंड भी नहीं लगा सकेंगे. वहीं मंदिर के किसी भी हिस्से को छूने पर भी रोक रहेगी.

वहीं कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन भी सक्रिय हो गया है. जिला प्रशासन ने शाम 4 बजे के बाद गंगा घाटों पर जाने को लेकर पाबंदी लगा दी है. प्रशासन के आदेश के बाद पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई और शाम 4 बजे बाद घाटों को खाली करवाया गया. हालांकि इस दौरान पर्यटक नौकायन तो कर सकते हैं लेकिन घाट पर घूमने या बैठने पर पाबंदी लगाई गई है.

नो मास्क, नो एंट्री

वहीं अब मंदिर में बिना मास्क के प्रवेश नहीं मिलेगा. मंदिर के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि परिसार को समय समय पर सैनेटाइज किया जा रहा है और कोरोना गाइडलाइंस का पालन भी किया जा रहा है. लेकिन फिर भी लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कुछ और नियम भी जारी किए गए हैं. इन सभी बातों के पीछे एक ही कारण है कि कारोना का संक्रमण न फैले.

इस मंदिर में नहीं कर सकेंगे परिक्रमा

काशी विश्वनाथ मंदिर के साथ ही अब संकट मोचन मंदिर में भी पाबंदियां बढ़ गई हैं. मंदिर में अब परिक्रमा पर रोक लगा दी गई है. वहीं थर्मल स्कैनिंग के बाद ही मंदिर में भक्त प्रवेश कर सकेंगे. वहीं सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य नियमों को लेकर भी मंदिर प्रशासन ने गाइडलाइंस जारी कर दी हैं.