Bihar-पहले करते थे ATM क्लोन बनाकर ठगी, बाद में बच्चों का अपहरण करते थे

गया. बिहार के गया में पुलिस ने बच्चों को अपहरण कर फिरौती ऐंठने वाले गैंग का खुलासा किया है। पकड़े गये सायबर ठगी को अंजाम देते थे। लेकिन अचानक एक दिन बच्चा अपहरण करने का आयडिया उनके दिमाग में आया। उसमें उन्हेंमोटी रकम मिलने की संभावना दिखाई दी। उसके बाद यह गैंग बच्चों को अपहरण कर फिरौती वसूलने वाला गैंग बन गया। सूट-बूट पहनकर स्कॉर्पियों में सवार होकर वारदातों को अंजाम देने इस गैंग को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

मासूम का अपहरण किया था

गया के एसएसपी आदित्यकुमार के अनुसार 3 नवम्बर 2021 को इन अपराधियों ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रसलपुर गांव निवासी वाल्मिकी सिंह के 7 वर्षीय बेटे मोहित कुमार का अपहरण कर लिया था। अपहरण के बाद इन शातिरों ने परिजनों को फोन कर 6 लाख रूपया देने की मांग की। अन्यथा मोहित को जान से मार देने की धमकी दी। एफआईआर दर्ज होने केबाद पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए बच्चे को तो सकुशल बरामद कर लिया था। लेकिन शातिर बदमाश पुलिस के हत्थे से काफी दूर थे।

5 लाख के गहने बरामद

पुलिस ने आरोपियों के पास से अपहरण में उपयोग होने वाले स्कॉर्पियो और 2 मोबाइल फोन के अलावा 2 सीम कार्ड भी बरामद किया है। इनके पास से यूपी से लूटे गए 5 लाख के आभूषण भी बरामद हुए है। SSP ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त UP के अलावा बिहार के सभी जिलों में घटना को अंजाम देते थे। इनलोगों का मूल धंधा ATM को क्लोन कर लोगों को लूटना था । साथ ही ये लोग कौन बनेगा करोड़पति के नाम पर मोबाइल पर विज्ञापन देकर लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे. पुलिस ने इन सभी आरोपियों को यूपी के शाहबाजपुर गांव से गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक बिहार में घटना को अंजाम देकर UP में भाग जाते थे और गांव में अपना डेरा डालते थे । जबकि यूपी में घटना को अंजाम देकर नवादा और बाकी जिलों में चले जाते थे।

लूट के पैसे से करते थे ऐश

पुलिस के मुताबिक सभी अपराधी पूरी तरह प्रोफेशनल है। कई घटनाओं में इनकी संलिप्तता है। ये लूट और अपराध की घटनाओं को अंजाम देने के बाद उसी पैसे से पार्टी एंज्वाय करते थे । सभी अपराधियों को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उनसे और भी कई कांडों में संलिप्तता का पता लगा रही है।