मेरठ में मिला Omicron का पहला मरीज, ईस्ट अफ्रीका के मलावी देश से लौटी महिला संक्रमित

मेरठ. यूपी के मेरठ (Meerut) में ओमिक्रॉन (Omicron) का पहला केस सामने आया है. बीते दिनों ईस्ट अफ्रीका के मलावी देश से लौटी महिला में इसकी पुष्टि हुई है. मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डॉक्टर अशोक तालियान ने बताया कि जीनोम स्किवेंसिंग की रिपोर्ट में इस महिला में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है. डॉ अशोक तालियान ने बताया कि इस महिला का इलाज होम आईसोलेशन में किया जा रहा है. महिला के कांटैक्ट वाले सभी लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं. इस बीच मेरठ में कोरोना की बेकाबू रफ्तार जारी है. गुरुवार को यहां 15 नए केस मिले हैं. इन 15 केसेज में हाल ही में सिंगापुर से लौटी महिला भी शामिल है.

मेरठ के कैंट एरिया के रहने वाले एक ही परिवार के पांच सदस्य भी कोविड़ पॉज़िटिव पाए गए हैं. नगला बट्टू इलाक के तीन. राजस्थान से लौटे दो सदस्य, मलियाना इलाके के रहने वाले दो, मेरठ के इस्लामाबाद इलाके के रहने वाले एक, मकबरा डिग्गी के रहने वाले एक सदस्य भी कोविड पॉज़िटिव मिले हैं. 15 नए मामले में 9 पुरुष और 6 महिलाएं शामिल हैं. मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डॉक्टर अशोक तालियान ने बताया कि सभी 46 एक्टिव केसज़ की ओमिक्रॉन जांच होगी. इनमें से कईयों के सैंपल जीनोम स्किवेंसिंग के लिए भेजे गए हैं और कईयों के भेजे जाएंगे.

चार दिनों से रोजाना बढ़ रहे मामले

गौरतलब है कि चार दिन से रोज कोरोना के मरीज मिल रहे हैं. पहले 27 दिसम्बर को चार केस मिले थे. 28 दिसम्बर को आठ, 29 दिसम्बर को बारह और 30 दिसम्बर को पंद्रह केस मिले हैं. मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डॉक्टर अशोक तालियान का कहना है कि इन सभी मरीजों के कांटेक्ट में आने वाले लोगों के भी सैंपल लिए जाएंगे. साथ ही पॉज़िटिव मरीजों के सैंपल जीनोम स्किवेंसिंग के लिए भेजे गए हैं. लेकिन अभी तक इसका नतीजा नहीं आया है कि वो ओमिकॉन पॉजिटिव हैं या नहीं. एक तरफ कोरोना की बेकाबू रफ्तार तो दूसरी तरफ लोगों की घोर लापरवाही. मास्क लगाना लोग अपनी शान के खिलाफ समझ रहे हैं. सवाल ये है कि अगर हम अभी नहीं चेते तो हालात बदतर हो सकते हैं. और कोरोना से बचने का फार्मूला वही पुराना है मास्क, सैनेटाइजर और दो गज की दूरी.