अमृतसर हादसा: सिर कटी लाश पर 3 लोगों ने जताया दावा, DNA टेस्ट के नाम पर भागे

अमृतसर में हुए दर्दनाक रेल हादसे के 61 मृतकों में एक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है. दरअसल इस शव का सिर बरामद नहीं हुआ है. वहीं जब से पंजाब सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख मुआवजा देने की घोषणा की तो पैसों के लालच में कई लोगों ने इस शव पर अपनी दावेदारी जताई. पुलिस भी हैरान है कि इतनी दुखद घटना के बावजूद लोग पैसों के लालच में इस तरह की हरकतें कर रहे हैं. वहीं इस शव की दावेादरी जताने के पहुंचे तीनों लोगों से जब पुलिस ने डीएनए की बात की तो ये वहां से रफू-चक्कर हो गए.

जीआरपी के एसएचओ ने बताया कि डीएनए मैच किए बिना इस मृतक का वारिस घोषित नहीं किया जाएगा. हादसे के बाद से ये शव जीआरपी के पास है. उन्होंने बताया कि काफी तलाश के बावजूद इस शव का सिर नहीं मिल पाया है. वहीं इस शव के पास से कोई ऐसा दस्तावेज भी नहीं मिला है जिससे उसकी शिनाख्त हो सके.

तीन लोग पहुंचे दावेदारी जताने
जीआरपी एसएचओ बलबीर घुम्मण ने बताया कि इस शव की दावेदारी के लिए तीन लोग पहुंचे. दो लोगों से डीएनए जांच की बात की गई तो वो वहां से चुपके निकल गए. वहीं एक महिला भी दावेदारी जताने पहुंची थी जो सही से मृतक का हुलिया नहीं बता पाई और वहां से खिसक गई.


पुलिस ने करवाया शव का डीएनए
पुलिस ने शव का डीएनए टेस्ट करवा दिया है और उसके सैंपल लेकर सुरक्षित रख लिए हैं. इस शव का सिर नहीं मिलने से मृतक के परिजनों को ढूंढने में काफी दिक्कतें हो रही है. ये शव किसका है और मृतक कहां का रहने वाला है, पुलिस इन सवालों के जवाब ढूंढने में लगी है