इंदौर में सख्ती: माइक्रो कंटेनमेंट जोन बने सिर का दर्द, वैक्सीनेशन के लिए भी बाहर जाने की छूट नहीं

इंदौर के कुछ इलाकों में प्रशासन की सख्ती लोगों के लिए सिर का दर्द बन गई है. लोगों को वैक्सीनेशन सहित किसी भी काम के लिए बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा. कलेक्टर भी इस सख्ती का समर्थन कर चुके हैं. प्रशासन के मुताबिक, शहर में पॉजिटिविटी रेट कम हो रहा है, इसलिए इस तरह की सख्ती जारी रहेगी.

गौरतलब है कि गुरुवार को ट्रेजर फैंटेसी कॉलोनी, ट्रेजर टाउन, राजा मोहल्ला सहित कई इलाकों को माइक्रो कंटेनमंट जोन बनाया गया था. इन जगहों पर डॉक्टर, फार्मासिस्ट, कैट में काम करने वाले अधिकारी और एम्बुलेंस, फैक्टरी में काम करने वाले भी रहते हैं. इनमें से कुछ लोग वैक्सीनेशन के लिए जा रहे

थे और बाकी लोग काम पर. लेकिन, जब इन लोगों ने कॉलोनी से बाहर जाने की बात कही तो SDM प्रतुल सिन्हा ने इन्हें झिड़क दिया. सिन्हा ने कहा कि अगर बाहर गए तो फिर सात दिन कॉलोनी में घुस नहीं पाओगे.

किसी तरह की नहीं मिलेगी छूट- कलेक्टर

मामले को लेकर कलेक्टर मनीष सिंह का कहना है कि इस तरह की सख्ती को बरकरार रखेंगे. कंटेनमेंट जोन लोगों को बाहर जाने से रोकने के लिए ही बनाए गए हैं. वैक्सीनेशन सहित किसी भी प्रकार की छूट नहीं मिलेगी. उन्होंने कहा है कि ज्यादातर कंटेनमेंट जोन में संक्रमण तेजी से कम हो रहा है.
प्रदेश में काबू में होता दिख रहा कोरोना

मध्य प्रदेश में कोरोना अब काबू में होता दिख रहा है. गुरुवार को सामने आए आंकड़ों के मुताबिक पॉजिटिविटी रेट 2.8% हो गया है. प्रदेश के सिर्फ दो जिलों भोपाल और इंदौर ही ऐसे हैं जहां पॉजिटिव आने वाले मरीजों की संख्या 100 से ज्यादा है. बाकी सब जगह ये आंकड़ा 100 से नीचे है. यहां तक कि ग्वालियर और जबलपुर में भी अब कोरोना कंट्रोल में है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना के 1977 नए केस आए हैं. प्रदेश का साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 4% और आज का पॉजिटिविटी रेट 2.8% है.

सिर्फ इंदौर भोपाल में 100 से ज्यादा मरीज

पिछले 24 घंटों में 6888 मरीज स्वस्थ हुए हैं और एक्टिव मरीजों की संख्या 38327 हो गई है. प्रदेश के दो जिलों इंदौर और भोपाल में ही 100 से अधिक नए केस आए हैं. इंदौर में 533 और भोपाल में कोरोना के 409 नए केस आए हैं. इसके अलावा तीन जिलों जबलपुर (99), सागर (96) और ग्वालियर (51) में 50 से अधिक मरीज मिले.