इंदौर में अब सीधे अस्पतालों में पहुंचेंगे ब्लैक फंगस के इंजेक्शन, हंगामे के बाद प्रशासन ने लिया फैसला

इंदौर (Indore) में अब ब्लैक फंगस (Black fungus) से पीड़ित मरीजों के परिवार वालों को इंजेक्शन के लिए भटकना नहीं पड़ेगा. इंजेक्शन अब अस्पताल में ही उपलब्ध होंगे. किल्लत और परेशानी को देखते हुए प्रशासन ने इंजेक्शन की सप्लाई सीधे अस्पतालों को करने का फैसला किया है. इंदौर शहर में प्रदेश का पहला ब्लैक फंगस केयर सेंटर स्थापित करने का निर्णय भी लिया गया है.

इंदौर के प्रभारी और राज्य के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने बताया कि इस समय इंदौर में ब्लैक फंगस के 330 मरीज हैं. इन सभी का शहर के एमवाय सहित 17 हॉस्पिटल्स में इलाज किया जा रहा है. इंजेक्शन-दवाओं की किल्लत को देखते हुए सरकार इसकी व्यवस्था करने में जुटी है. सरकार की कोशिश जारी है. दवा कंपनियों से सीधी बात की जा रही है और जल्द ही सप्लाई शुरू हो जाएगी.

130 इंजेक्शन सप्लाई

सोमवार को पीड़ित मरीजों के परिवारवाले मेडिकल कॉलेज के डीन ऑफिस पहुंचे थे. उनकी परेशानी को देखते हुए अब यह फैसला लिया गया है. मरीजों के परिवारों को इंजेक्शन के लिए बाजार में नहीं भटकना पड़ेगा. अब सीधे अस्पतालों में इंजेक्शन की सप्लाई की जाएगी. आज ही 130 इंजेक्शन अस्पतालों में भिजवाए गए हैं. अब तक डीन के साइन के बाद इंजेक्शन बाजार से लेने पड़ते थे.

ब्लैक फंगस केयर सेंटर

इंदौर शहर में प्रदेश का पहला ब्लैक फंगस केयर सेंटर स्थापित करने का निर्णय भी लिया गया है. इस सेंटर में ब्लैक फंगस से पीड़ित को मरीजों को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ इलाज मिलेगा. राधास्वामी सत्संग परिसर में बनाए जा रहे इस सेंटर में नेजलएंडोस्कोपी, इकोकार्डियोग्राफी, ईसीजी, फिजियोथेरेपी सहित अन्य जांच नि:शुल्क हो सकेंगी. इसके अलावा यहां मरीजों के लिए इंजेक्शन की कोई कमी नहीं होगी. क्योंकि पूरा काम जिला प्रशासन की निगरानी में होगा.

भोजन की भी व्यवस्था

इसके अलावा भोजन और नाश्ते की तमाम व्यवस्थाएं रोगियों के लिए मुहैया कराई जाएंगी रही हैं. ब्लैक फंगस केयर सेंटर में जिला प्रशासन के अलावा डॉक्टर निशांत खरे और एमजीएम मेडिकल कॉलेज के नाक कान गला विशेषज्ञ सेवाएं देंगे. इसके अलावा मरीजों को एक ही स्थान पर अलग-अलग विशेषज्ञ इलाज करने के साथ परामर्श दे सकेंगे.