भोपाल में जब DIG माइक पर चिल्लाए- तुम लोगों ने शर्म हया सब बेच खायी है क्या? जानें पूरा मामला

मध्‍य प्रदेश की राजधानी भोपाल की सड़कों पर डीआईजी (DIG) इरशाद वली का सख्त अंदाज देखने मिला है. लगातार एक साल से बार-बार समझाने के बाद भी लोग कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) को मान नहीं रहे. वो सड़कों पर बेवजह टहल रहे हैं. डीआईजी ने ऐसे लोगों को सीधे तौर पर कहा कि तुम्हें शर्म नहीं आती है क्‍या? तुम लोगों की इस घटिया हरकत की वजह से घर के बुज़ुर्ग मर रहे हैं.

इरशाद वली भोपाल के पुराने इलाके काजी कैम्प की सड़कों पर अपने महकमे के साथ उतरे थे. वह संकरी गलियों में घूमे और माइक हाथ में लेकर अनाउंसमेंट शुरू कर दिया. DIG ने किसी पर कार्रवाई नहीं की लेकिन सबको सख्त लहजे में समझाया. उन्होंने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए कि यदि इसके बावजूद भी लोग नहीं मानते हैं तो उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए.

खरे अंदाज में चेतावनी

भोपाल डीआईजी ने सख्त लहजे में समझाइश दी. उन्होंने संकरी गलियों से गुजरते हुए अनाउंसमेंट किया- तुम्हारी घटिया हरकतों से बड़े-बुज़ुर्ग मर गए हैं. शर्म आनी चाहिए. शर्म-हया सब बेच खाई है क्या? बार-बार समझा रहा हूं. तुम्हारी हरकतों से घरवाले, बड़े बुज़ुर्ग मरेंगे.

फिर भी नहीं मानते लोग

काजी कैंप का इलाका मुस्लिम बहुल क्षेत्र है. यहां पर कुछ दिनों पहले पुलिस और जिला प्रशासन की टीम ने कई दुकानों को सील कर दिया था. यहां की तमाम गलियों को सील कर दिया गया था. बैरिकेड लगाकर चैकिंग बढ़ा दी गई थी. कई लोगों के खिलाफ केस भी दर्ज किए गए थे. इसके बावजूद यहां के लोग कोरोना कर्फ़्यू के नियम को लगातार तोड़ रहे हैं. यही कारण रहा कि अब खुद डीआईजी इरशाद वली ने इस इलाके की कमान संभाली और लोगों को अब अपने ही अंदाज में समझा दिया.